शनि जंयती विशेष: ये ग्रह अच्छे फल भी देता है...
[पं. अनुज के शुक्ल] आम तौर पर लोग शनि के प्रभाव से सबसे ज्यादा डरते हैं। जबकि सच तो यह है कि शनि का बुरा प्रभाव सिर्फ उन पर पड़ता है, जो बुरे कर्म करते हैं। शनि ग्रह अच्छे फल भी देता है। खैर अब डर तो बैठ ही गया है, जिसे महज चंद शब्दों से दूर नहीं किया जा सकता है। लेकिन यह डर है किस चीज का- शनि का या शनि की साढ़ेसाती का या फिर शनि की ढैय्या का?
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सच पूछिए तो डर है साढ़ेसाती और शनि की ढैय्या का। तो सबसे पहले हम आपको बता दें कि साढ़े साती और ढेय्या महज ग्रहों की चाल है। यह कहना गलत है कि इससे सबकुछ बुरा होता है।
केसे पता करें कि साढ़ेसाती और ढैय्या
एक राशि पर शनि ढाई वर्ष रहता है। शनि जन्म राशि से 12वें भाव, पहले भाव या दूसरे भाव में गोचर करेगा तब साढ़ेसाती होती है। जैसे-इस समय शनि वृश्चिक राशि में शनि भ्रमण कर रहा है। मान लीजिए आपकी राशि तुला है तो तुला से दूसरे स्थान पर वृश्चिक राशि आयेगी। अतः तुला राशि साढ़ेसाती चल रही है। शनि गोचर से 12वें स्थान पर हो तो साढ़ेसाती सिर पर रहेगी, शनि जन्म राशि में हो तो साढ़ेसाती ह्रदय पर रहेगी और यदि शनि जन्म राशि से दूसरे स्थान में हो तो साढ़ेसाती पैर पर रहेगी।
जन्म राशि से शनि चतुर्थ व अष्टम गोचर करे तो शनि की ढैय्या रहेगी। जैसे शनि वर्तमान में वृश्चिक में गोचर कर रहा है और आपकी राशि मेष है तो मेष से आठवें स्थान पर शनि वृश्चिक में गोचर कर रहा है। सिंह से चैथे स्थान पर गोचर कर रहा है यानि मेष और सिंह राशि पर शनि की ढैय्या चल रही है।
शनि की साढ़ेसाती तथा ढैय्या लगने पर सबकुछ अच्छा हो, इसके लिये प्रभावी उपाय आप स्लाइडर में पढ़ सकते हैं-
काले घोड़े की नाल
काले घोड़े की नाल का छल्ला सारसों के तेल में भिगोकर दिन शनिवार को मध्यमा अंगुली में धारण करें।
धूम्रपान एवं मदिरापान मत करें
शनिवार के मदिरा एंव धूम्रपान करने से बचें। हमारा सुझाव है कि आप धूम्रपान एवं मरिदा का सेवन कतई न करें।
किसी को कष्ट मत होने दें
अपने नौकरों व कर्मचारियों को समय पर वेतन दें। ताकि वे खुश रहें उन्हें आर्थिक कष्ट न पहुंचे।
काले रंगों का प्रयोग
काले रंगों प्रयोग कम करें। ऐसा इसलिये क्योंकि काला रंग सकारात्मक ऊर्जा को अवशोषित कर लेता है।
क्रोध से दूर रहें
बड़ें-बुर्जुगों का सम्मान करें। गुस्सा मत करें, क्योंकि क्रोध आपके जीवन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह करता है।
कर्ज मत लें
कर्ज-ब्याज आदि के लेन-देन से बचना होगा। रिस्की कार्यो में धन का निवेश कतई न करें।
शनि भगवान की उपासना
शनि मन्दिर तेल से अभिषेक करायें। साथ ही शनि भगवान की उपासना करें। इससे आपका मन शांत रहेगा।