अमेरिका ने सीरिया में रूस की कार्रवाई को बताया बर्बरतापूर्ण
वाशिंगटन। सीरिया को लेकर अमेरिका और रूस में तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। इस बार अमेरिका ने सीरिया में रूस की कार्रवाई को 'बर्बरतापूर्ण' करार दिया है। अमेरिका का यह बयान रूस की ओर से हुई उस कार्रवाई के बाद आया है जिसमें रविवार को रूस के फाइटर जेट्स ने सीरिया की सरकार को समर्थन देते हुए अलेप्पो में हवाई हमला किया था।
सिविल वॉर को खत्म करना असंभव
रूस की ओर से कहा गया था कि सीरिया में सिविल वॉर को खत्म करना एकदम असंभवव है। इस नए घटनाक्रम के बाद एक बार फिर अमेरिका और रूस सीरिया को लेकर किसी भी डिप्लोमैटिक निष्कर्ष पर पहुंचते नजर नहीं आ रहे हैं।
यूनाइटेड नेशंस सिक्योरिटी काउंसिल (यूएनएससी) में सीरिया के हालातों को लेकर एक बैठक हुई थी जिसमें यहां पर जारी हिंसा पर भी चर्चा की गई। जिस युद्धविराम का ऐलान सीरिया में किया गया था, पिछले हफ्ते वह धाराशयी नजर आया।
250,000 नागरिक फंसे हुए हैं अलेप्पो में
सीरिया के राष्ट्रपति बशर-अल-असद के विद्रोही और उनकी सेना अलेप्पो में एकदम नियंत्रण के बाहर हो गई थीं। विद्रोहियों ने कहा कि किसी भी तरह की शांति प्रक्रिया तब तक सफल नहीं हो सकती जब तक हवाई हमले नहीं रुकते।
सीरिया के सबसे बड़े शहर अलेप्पो के आधे हिस्से पर विद्रोहियों ने अपना कब्जा कर रखा है। यहां पर 250,000 से ज्यादा नागरिक फंसे हैं। इस शहर पर पुन: नियंत्रण हासिल करना असद और उनकी सेना के लिए सबसे बड़ी जीत साबित हो सकता है।
नए सिरे से आक्रमण
कहा जा रहा है कि ईरान और रूस के समर्थन से असद की सेना ने गुरुवार को नए सिरे से आक्रमण किया है। अलेप्पो के नागरिकों और विद्रोहियों का कहना है कि हमलों में हजारों लोगों की मौत हो चुकी है।
यूनाइटेड नेशंस में अमेरिकी राजदूत समांथा पावर ने 15 सदस्यों वाली काउंसिल को जानकारी दी कि रूस, सीरिया में आतंकवाद से लड़ नहीं रहा है बल्कि क्रूरता और बर्बरता को अंजाम दे रहा है।