रूस के बॉर्डर पर जेट्स से लेकर टैंक्स तक, क्या युद्ध की तैयारी?
कोल्ड वॉर के बाद रूस की सीमाओं पर नाटो की सेनाओं का सबसे बड़ा जमावड़ा। ब्रिटेन, अमेरिकी, जर्मनी, कनाडा और नाटो के बाकी सहयोगी देशों के फाइटर जेट्स, टैंक्स और आर्टिलरी का जमावड़ा।
लंदन। अमेरिका और रूस के बीच तनाव एक बार फिर से नए सिरे पर पहुंच गया जब ब्रिटेन ने भी अपने फाइटर जेट्स को रूस की सीमाओं पर भेजने का ऐलान किया। ब्रिटेन ने बुधवार को कहा है कि अगले वर्ष वह अपने फाइटर जेट्स को रोमानिया भेजेगा।
पढ़ें-आमने-सामने रूस और अमेरिका, विशेषज्ञों ने कहा कोल्ड वॉर के हालात
जेट्स से लेकर टैंक्स तक बॉर्डर पर
अमेरिका और नाटो गंठबंधन की सेनाओं का जमावड़ा रूस की सीमाओं पर पोलैंड की ओर हो रहा है। फाइटर जेट्स, आर्टिलरी और टैंक्स की फौज रूस की सीमाओं पर जमा हो चुकी है। कोल्ड वॉर के बाद रूस की सीमाओं पर इस कदर हलचल बढ़ी है और नाटो सेनाएं इकट्ठा हैं।
पढ़ें-अगर हुआ रूस और अमेरिका के बीच तो किसके परमाणु हथियार पड़ेंगे भारी
जर्मनी और कनाडा की सेनाएं भी
जर्मनी, कनाडा और नाटो के दूसरे गठबंधन देशों ने ब्रसेल्स में रक्षा मंत्री के साथ हुई मीटिंग के बाद ही अपनी सेनाओं को सीमाओं पर भेज दिया था।
क्रूज मिसाइलों से लैस रूस की वॉरशिप्स के स्वीडन और डेनमार्क के बीच बाल्टिक सागर में तैनाती के बाद यह फैसला लिया गया था। रूस के इस कदम के बाद दुनिया के पश्चिमी-पूर्वी हिस्से में तनाव एकदम से बढ़ गया है।
पढ़ें-रूस के साथ तैयार होगी एक ऐसी मिसाइल जिसकी रेंज में होगा पूरा पाकिस्तान
क्या कहा रूसी विदेश मंत्री ने
वहीं मैड्रिड में रूस के विदेश मंत्री ने कहा है कि रूस ने इन तीनों वॉरशिप्स को रि-फ्यूल करने का अनुरोध वापस ले लिया था।
उन्होंने कहा कि फैसला तब लिया गया जब नाटो के सहयोगियों ने कहा कि वॉरशिप्स सीरिया के नागरिकों को निशाना बनाया जा सकता है।
सीरिया में रूस की सेनाएं
राजनयिकों की मानें तो वारॅशिप्स उन आठ कैरियर बैटल-ग्रुप का हिस्सा हैं जो सीरिया के तट पर तैनात 10 और रूसी शिप्स को ज्वॉइन करने वाली हैं।
इन आठ शिप्स में रूस का इकलौता एयरक्राफ्ट कैरियर एडमिरल कुजेनेत्सोव भी था।
वहीं नाटो के सेक्रेटरी जनरल जेंस स्टॉलेटबर्ग का कहना है कि ईस्टर्न यूरोप और बालटिक्स में मौजूद ट्रूप्स को 4,000 ट्रूप्स और ज्वॉइन करेंगे।
यह कदम तब उठाया गया जब 330,000 रूसी ट्रूप्स मॉस्को के पश्चिम में इकट्ठा हुए।