पेरिस: 'शार्ली एबदो' के दफ्तर पर हमला करने वाले एक संदिग्ध मौराद ने किया सरेंडर
पेरिस| बुधवार को फ्रेंच व्यंग्य पत्रिका 'चार्ली हेबडो' पर हुए आतंकी हमले से जुड़ी एक बड़ी खबर आ रही है कि पेरिस में मैगजीन शार्ली एबदो के दफ्तर पर हमला करने वाले एक संदिग्ध 18 साल के मौराद सरेंडर कर दिया है।
न्यूज एजेंसी एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक फ्रेंच पुलिस ने बुधवार को मैगजीन शार्ली एबदो के दफ्तर पर हमला करने वाले तीन आतंकियों की पहचान कर ली है जिनमें से दो सगे भाई सैयद क्वाची और शेरीफ क्वाची हैं और एक 18 साल का युवक है जिसका नाम मौराद है। सैयद क्वाची और शेरीफ क्वाची तो फ्रांस निवासी है लेकिन मौराद कहां का रहने वाला है यह अभी क्लीयर नहीं है।
पेरिस आतंकी हमला:18 साल के संदिग्ध मौराद ने किया सरेंडर
कहा जा रहा है कि शेरीफ क्वाची साल 2008 में भी आंतकवाद के आरोपों में 18 महीने की कैद भी काट चुका है। इस भयावह घटना में नाम आने के बाद मौराद के सरेंडर करने की खबर आ रही है।
पेरिस
की
'शार्ली
एब्दो'
पत्रिका
पर
क्यों
होते
हैं
आतंकी
हमले,
जानिए
10
वजहें
गौरतलब है कि इस्लामिक आतंकवादी संगठन के दो संदिग्ध बंदूकधारियों ने बुधवार को फ्रेंच व्यंग्य पत्रिका 'चार्ली हेबडो' पेरिस स्थित कार्यालय में घुसकर अंधाधुंध गोलीबारी की, जिसमें संपादक समेत 12 लोगों की मौत हो गई और करीब 20 लोग घायल हो गए। घायलों में चार की हालत गंभीर है। इस हमले में पत्रिका के लिए कुछ समय पहले इस्लाम धर्म के पैगंबर मोहम्मद का कार्टून बना चुके कार्टूनिस्ट की भी मौत हो गई है।
Video: कैमरे में कैद हुआ पेरिस का आतंकी हमला, अंधाधुन गोलियां बरसाते रहे आंतकी
चार्ली हेबडो के कार्यालय पर हुए इस आतंकी हमले की भारत के राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोर निंदा की है।
समाचार एजेंसी एफे के अनुसार, पत्रिका के प्रधान संपादक और कार्टूनिस्ट कार्ब के अलावा तीन अन्य काटरूनिस्ट, कैबू, तिग्नूस और वोलिंस्की की भी हमले में मौत हो गई। इसके अलावा दो पुलिसकर्मी भी मारे गए। अन्य मृतकों की अभी पहचान नहीं हो सकी है।