नवाज शरीफ के सामने ट्रंप ने भारत को करार दिया आतंकवाद से पीड़ित देश और पाकिस्तान को दी चेतावनी
सऊदी अरब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अहम बयान। ट्रंप ने भारत को आतंकवाद से पीड़ित देश माना और कहा हर देश को सुनिश्चित करना होगा उनकी सरजमीं का प्रयोग आतंकवाद के लिए न हो।
रियाद। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को एक अहम बयान दिया है। ट्रंप ने रियाद में 54 मुसलमान देशों के नेताओं को संबोधित करते हुए भारत को आतंकवाद का पीड़ित करार दिया। उन्होंने इसके साथ ही अप्रत्यक्ष तौर पर पाकिस्तान जैसे देशों को चेतावनी भी दी।
अरब-इस्लामिक समिट में भारत का नाम
अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने रविवार को अरब-इस्लामिक-यूएस समिट को संबोधित किया। यहां पर उन्होंने भारत को उन देशों के साथ रखा जो पिछले कई वर्षों से आतंकवाद को झेलने पर मजबूर हैं। साथ ही ट्रंप ने कहा कि देशों को यह बात सुनिश्चित करनी होगी कि उनकी सरजमीं का प्रयोग आतंकवाद के लिए हरगिज न हो।
भारत झेल रहा आतंकवाद की भयावहता
ट्रंप ने कहा, 'यूरोप के देश आतंकवाद की भयावता को झेलने पर मजबूर हैं और साथ ही साथ अफ्रीकी देश और साउथ अमेरिका, भारत, रूस, चीन और ऑस्ट्रेलिया भी इसके पीड़ित हैं।' राष्ट्रपति बनने के बाद ट्रंप पहले विदेश दौरे पर सऊदी अरब पहुंचे हैं और यह विदेशी धरती पर बतौर राष्ट्रपति पहला भाषण था।
नाम लिए बिना पाकिस्तान पर साधा निशाना
ट्रंप ने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया लेकिन कहा, 'यह हर देश का कर्तव्य है वह इस बात को तय करे कि उसकी सरजमीं पर किसी भी आतंकवादी को पनाह नहीं मिलेगी।' दिलचस्प बात है कि इस समिट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के मौजूद होने की भी खबरें हैं। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका बार-बार खतरनाक आतंकी हमलों का निशाना बनता रहा है। 11 सितंबर से लेकर बोस्टन बॉम्बिंग और फिर ओरलैंडो आतंकी हमले इसके उदाहरण हैं।
अच्छाई और बुराई के बीच जंग
ट्रंप ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई 'अच्छाई और बुराई के बीच जंग' है और यह 'पश्चिमी देशों और इस्लाम' के बीच कोई लड़ाई नहीं है। ट्रंप ने इस दौरान सऊदी अरब क्षेत्र में आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए अमेरिका के नए रोल की वकालत भी की।
इस्लामिक आतंकवाद से लड़ना होगा
ट्रंप ने कहा कि मिडिल ईस्ट देशों को इस्लामिक आतंकवाद से जूझने के लिए आगे आना होगा। ट्रंप के मुताबिक 95 प्रतिशत आतंकी हमलों के पीड़ित मुसलमान ही होते हैं। ट्रंप ने सभी से अपील की कि आतंकवाद से लड़ने के लिए हमें एक साथ होना होगा। हर युवा मुसलमान लड़के और लड़की को बिना किसी डर के आगे बढ़ने का हक।
अमेरिका का इंतजार मत करिए
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा मिडिल ईस्ट देश अमेरिका का इंतजार नहीं कर सकते कि वह उनके दुश्मन को खत्म करने के लिए उन्हें ताकत दे। मिडिल ईस्ट देशों को खुद तय करना होगा कि उन्हें कैसा भविष्य चाहिए और वे अपने बच्चों के लिए क्या चाहते हैं।