घर के मुन्ना ने आज लालू यादव को 'मुन्ना' बना दिया...
पटना। बिहार की राजनीति के समीकरण मौसम से भी तेज बदले और दो दिन पहले तक जहां लालू यादव की तूती बोलती थी वहां आज लालू हाशिए पर आ गए हैं और यही नहीं उनका और उनके परिवार का राजनीतिक भविष्य भी संकट में आ गया है। लालू ने अपनी इस हालत का जिम्मेदार सीएम नीतीश कुमार को ठहराया है।
वाह नीतीश बाबू वाह......अब बिहारी DNA सही हो गया?
लालू की नजर में आज उनके छोटे भाई नीतीश कुमार विश्वासघाती, एहसान फरामोश और भस्मासुर हो गए हैं तो वहीं सीएम नीतीश कुमार ने अपने आप को पाक-साफ बताते हुए अपने पुराने घर बीजेपी में वापसी की है, जहां आज ना उनको मोदी से दिक्कत है और ना ही सांप्रदायिक ताकतों का डर सता रहा है, खैर ये राजनीति है, जहां कभी भी कहीं भी कुछ भी हो सकता है।
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आइए जानते हैं बिहार के सीएम नीतीश कुमार के बारे में कुछ खास बातें...
नीतीश कुमार के पुकारने का नाम 'मुन्ना'
- नीतीश कुमार का जन्म पटना के बख्तियारपुर गांव के एक कुर्मी परिवार में हुआ था।
- नीतीश कुमार के पुकारने का नाम 'मुन्ना' है।
- नीतीश कुमार ने मंजू कुमार सिन्हा नाम की शिक्षिका से शादी की थी।
- मंजू सिन्हा का देहांत साल 2007 में मात्र 53 वर्ष की अवस्था में हो गया था।
- नीतीश कुमार ने बिहार कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग (वर्तमान में National Institute of Technology) से इलेक्ट्रिक्ल में बीटेक किया है।
- राजनीति में आने से पहले नीतीश कुमार ने कुछ दिनों तक बिहार स्टेट इलेक्ट्रिकल बोर्ड में काम किया था।
- नीतीश कुमार को घर का बना भोजन ही भाता है।
- नीतीश कुमार की पहचान अब तक के अच्छे रेल मंत्रियों में होती है क्योंकि इनके कार्यकाल में (1998-2004) में समुचित रेल व्यवस्था थी।
- बिहार की सत्ता संभालने के दौरान नीतीश कुमार को बेस्ट राजनीतिज्ञ ऑफ द ईयर जैसे अवार्डों से नवाजा जा चुका है।
- नीतीश कुमार के पिता कविराज राम लखन सिंह एक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे और वो गांधीवादी बिहार विभूति अनुराग नारायण सिन्हा के करीब माने जाते थे। अनुराग सिन्हा को मार्डन बिहार के जनकों में गिना जाता है।
- नीतीश कुमार के पिता एक आयुर्वेद वैद्यराज भी थे जिन्होंने 1957 में नेशनल कांग्रेस छोड़कर जनता पार्टी ज्वाइन की थी।
- नीतीश कुमार ने राजनीति का पाठ जयप्रकाश नारायण, राम मनोहर लोहिया, एसएन सिन्हा, करीपुरी ठाकुर और वीपी सिंह जैसे दिग्गजों से सीखा।
- नीतीश कुमार ने साल 1974 और 1977 में जयप्रकाश नारायण आंदोलन में बढ़चढ़कर हिस्सा लिया था और वो तत्काल लोकप्रिय नेता सत्येंद्र नारायण सिन्हा के बेहद करीब आ गये।
- संकर्षण ठाकुर ने नीतीश कुमार के जीवन पर एक किताब लिखी है जिसका शीर्षक है Single Man: The Life And Times of Nitish Kumar of Bihar.
- अरूण सिन्हा ने भी नीतीश कुमार पर किताब लिखी है जिसका नाम है Nitish Kumar and The Rise of Bihar.
नीतीश कुमार को घर का बना भोजन ही भाता है
अच्छे रेल मंत्री
अनुराग सिन्हा
राजनीति का पाठ
नीतीश कुमार के जीवन पर किताब
तो क्या सच में बिहार में बुझ जाएगी अब लालू की लालटेन?
बुधवार शाम को जिस तरह से मात्र चंद घंटों में बीस महीने पूरानी सरकार खतरे में आ गई है उसके बारे में राजद प्रमुख लालू यादव को शायद कतई अंदाजा नहीं था।