बलूचिस्तान के लोगों तक पहुंचने के लिए एआईआर की बलूच भाषा वाली एप
नई दिल्ली। ऑल इंडिया रेडियो (एआईआर) ने शनिवार को बलूच सेवा को बेवसाइट और मोबाइल एप पर लांच कर दिया है। यह कदम दुनियाभर में बलूच भाषा बोलने वालो लोगों तक पहुंचने के मकसद से उठाया गया है।
वर्ष 1974 में बलूच सेवा की शुरुआत
सूत्रों की ओर से दी गई जानकारी में कहा गया है कि एआईआर रोजाना एक घंटे का प्रोग्राम बलूच भाषा में पेश कर रहा है अब इसमें समाचारों को भी शामिल किया जाएगा। इस सेवा की शुरुआत हालांकि वर्ष 1974 में की गई थी ताकि पाकिस्तान समेत बाकी जगहों पर इस भाष को बोलने वाले लोग जानकारी हासिल कर सकें।
बलूचिस्तान के लोगों के लिए
सूत्रों के मुताबिक आज के दौर में दुनिया भर में बलूच भाषा को बोलने वाले लोगों तक इस सेवा को पहुंचाने के लिए वेबसाइट और मोबाइल एप से बेहतर विकल्प कुछ और नहीं हो सकता।
इसलिए अब यह वेबसाइट और एप पर भी मौजूद है। एआईआर की बलूच भाषा में वेबसाइट को लांच करने का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वतंत्रता दिवस के मौके पर बलूचिस्तान का जिक्र करने के बाद लिया गया।
पीएम मोदी ने किया बलूचिस्तान का जिक्र
यह
पहला
मौका
था
जब
देश
के
किसी
प्रधानमंत्री
ने
पाकिस्तान
के
कब्जे
वाले
बलूचिस्तान
का
जिक्र
स्वतंत्रता
दिवस
के
अपने
भाषण
में
किया
था।
इससे
पहले
दूरदर्शन
की
एक
टीम
को
जेनेवा
भेजा
गया
था
जहां
पर
बलूच
रिपब्लिकन
पार्टी
के
नेता
ब्रह्मदाग
बुगती
का
इंटरव्यू
किया
गया
था।
108 देशों में 27 भाषाओं में एआईआर
प्रसार भारती भी अपना सारा ध्यान डिजिटल माध्यम के जरिए ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने पर लगा रही है। बलूच भाषा में रेडियो एप और वेबसाइट इस ओर एक अहम कदम माना जा रहा है।
एआईआर की एक्सटर्नल सर्विस डिविजन (ईएसडी) वर्तमान समय में 108 देशों में 27 भाषाओं में 57 रेडियो ट्रांसमिशंस पर मौजूद है। इनमें से बलूच भाषा को मिलाकर कुल 15 विदेशी भाषाएं हैं।