क्या चुनावी मैच जिता पायेगा सिद्धू का आवाज-ए-पंजाब स्ट्रोक?
नई दिल्ली। एक बार फिर से बीजेपी के पूर्व सांसद और पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने चौंकाने वाला काम किया है। तमाम कयासों के बीच में हंसी और कलाई के इस जादूगर ने पंजाब के राजनीतिक पिच पर 'आवाज-ए-पंजाब' नाम की एक नई टीम का नाम लेकर खलबली पैदा कर दी है।
जानिए सिद्धू ने क्यों कहा..सितम की इंतहा क्या है?
आपको बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर सिद्धू ने नए फ्रंट के गठन 'आवाज-ए-पंजाब' का ऐलान करते हुए बताया कि उनके साथ अकाली दल से निकाले गए नेता परगट सिंह भी शामिल हैं। लेकिन इस बारे में विस्तार से सिद्धू 8 सितंबर को बतायेंगे। जबकि अकाली दल से निलंबित विधायक परगट सिंह ने इस नए मोर्चे से सिद्धू के जुड़ने का दावा किया है और अपने फेसबुक पर एक पोस्टर भी जारी किया है।
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अब ये नई टीम पंजाब में क्या टेस्ट मैच जैसी लंबी पारी खेलेगी या टी-20 जैसे लिमिटेड ओवर वाले गेम से लोगों का मनोरंजन और राजनैतिक पंडितों को समीकरण बिगाड़ेगी, ये तो आने वाला वक्त बतायेगा लेकिन इसमें किसी को शक नहीं अपने हंसी और गुदगुदाते चुटकुलों की तरह सिद्धू का ये नया दांव काफी दिलचस्प हो गया है।
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क्या पड़ेगा प्रभाव
पंजाब की राजनीति में सिद्धू बहुत लोकप्रिय नेता हैं, बीजेपी से उनका अलग होना एक तरह से बीजेपी के बड़े नुकसान के तौर पर देखा जा रहा है। हालिया स्थानीय सर्वे की कई रिपोर्ट में अकाली दल की स्थिति भी काफी डांवाडोल है, ऐसे में राजनैतिक पुरोधाओं की नजर में सिद्धू की ये नई आवाज बाकियों के सिर में दर्द पैदा जरूर कर सकती है क्योंकि भले ही सिद्धू चुनावी बिसात पर सेंचुरी मारे या नहीं लेकिन बीजेपी और अकाली दोनों ही दलों के वोट की कटौती जरूर कर सकते हैं।
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आप के लिए बाप साबित हो सकते हैं
हालांकि पंजाब में 'आप' अभी अस्तित्व में नहीं है लेकिन पिछले दिनों मिसेज नवजोत कौर सिद्धू ने जिस तरह से 'आप' पार्टी के कसीदे पढ़ रही थीं उससे लग रहा था कि वो इस पार्टी के साथ सत्ता में आसीन होना चाहती हैं लेकिन अब शायद केजरीवाल और उनकी टीम के लिए वहां का सफर आसान ना हो क्योंकि 'आवाज-ए-पंजाब' का बनना ये जरूर बताता है कि सिद्दू को किसी की जरूरत नहीं और वो अपने रास्ते खुद बनाते हैं।