नवरात्रि 2016: 'गरबे' की तैयारी में जुटा गुजरात, जानिए क्या है कनेक्शन?
अहमदाबाद। 1अक्टूबर से नवरात्रि 2016 का सुखद आगाज होने जा रहा है लेकिन इससे पहले ही गुजरात 'गरबे' के रंग में रंग गया है।
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लड़के और लड़कियां दोनों ही 'गरबे' के रंग से सराबोर हैं और वो डांडिया खेलने की पुरजोर कोशिशें कर रहे हैं। आज का 'गरबा' काफी फैशन और ग्लैमर प्रभावित हो गया है इसलिए अब इस पारंपरिक डांस के प्रति लड़के-लड़कियों का रूझान काफी बढ़ गया है, वो इसके शुरू होने का खासा इंतजार करते हैं।
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गरबा से नवरात्र का खास कनेक्शन..
'गरबा' गुजरात, राजस्थान और मालवा प्रदेशों में प्रचलित एक लोकनृत्य है लेकिन इसे करने वाले सबसे ज्यादा गुजराती होंते हैं। 'गरबा' को लोग पवित्र परंपरा से जोड़ते हैं और ऐसा कहा जाता है कि यह नृत्य मां दुर्गा को काफी पसंद हैं इसलिए नवरात्रि के दिनों में इस नृत्य के जरिये मां को प्रसन्न करने की कोशिश की जाती है।
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आगे की बात तस्वीरों में...
दीपगर्भ ही 'गरबा'
मां को खुश करने के लिए लोग पहले घट स्थापित करते हैं और उसके बाद नृत्य का आरंभ करते हैं। इसलिए आपको हर डांडिया नाईट में काफी सजे हुए घट दिखायी देते हैं। जिस पर दिया जलाकर इस नृत्य का आरंभ किया जाता है। यह घट दीपगर्भ कहलाता है और इसे ही 'गरबा' कहते हैं।
सौभाग्य का प्रतीक
गुजरात में नवरात्रों के दिनों में लड़कियां कच्चे मिट्टी (दीपगर्भ) के सछिद्र घड़े को फूलपत्तियों से सजाकर उसके चारों ओर नृत्य करती हैं। गरबा सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है और अश्विन मास की नवरात्रों को गरबा नृत्योत्सव के रूप में मनाया जाता है।
'गरबा' की स्थापना
नवरात्रों की पहली रात्रि को 'गरबा' की स्थापना होती है। फिर उसमें चार ज्योतियाँ प्रज्वलित की जाती हें। फिर उसके चारों ओर ताली बजाती फेरे लगाये जाते हैं। गरबा नृत्य में ताली, चुटकी, खंजरी, डंडा, मंजीरा आदि का ताल देने के लिए प्रयोग होता हैं और लोग देवी गीत गाते हैं।
'गरबा' में ग्लैमर
आधुनिक परिवेश ने 'गरबा' को ग्लैमर से भर दिया है... आज लोग 'गरबा नाइट' और 'डांडिया नाइट' का मजा लेते हैं। लोगो फिल्मी धुनों पर नाचते हैं, वजह चाहे जो भी हो नवरात्र के दिनों में लोग इसी बहाने खुश हो जाते हैं।
खास तैयारियां
गुजरात अभी से ही 'गरबे' के रंग में रंग गया है। लड़के और लड़कियां दोनों ही 'गरबे' के रंग से सराबोर हैं और वो डांडिया खेलने की पुरजोर कोशिशें कर रहे हैं। लड़कियां पारंपरिक वस्त्रों और श्रृंगार में दिख रही हैं। नवरात्रि का ये उत्सव गुजरात में पूरे 10 दिन रहेगा।