पीएम मोदी ने कब-कब जवानों के बीच पहुंचकर सबको चौंकाया ?
नई दिल्ली- शुक्रवार को तड़के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जिस तरह से अचानक लद्दाख में सेना के फॉर्वर्ड लोकेशन पर पहुंचे हैं, उसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। पूर्वी लद्दाख में इस वक्त भारत और चीन के सैनिक आमने-सामने हैं, इसलिए किसी ने सोचा भी नहीं था कि खुद प्रधानमंत्री वहां पर पहुंचकर जवानों का हौसला बुलंद करेंगे, उनसे भारत माता के जयकारे लगवाएंगे। लेकिन, जो लोग अबतक पीएम मोदी के कार्य करने के तरीके को समझ गए हैं, वह जानते हैं कि पीएम मोदी की यह वर्किंग स्टाइल ही उन्हें खास बनाती है। सिर्फ सेना के बीच इस तरह से पहुंचकर उनका मनोबल बढ़ाने का काम उन्होंने पहली दफा नहीं किया है। आइए एक नजर डाल लेते हैं कि पीएम मोदी इस तरह से कब-कब सेना के खास लोकेशन पर पहुंचे हैं और उनके बीच समय बिताया है। उनकी बातें सुनी बातें सुनी है।
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2020- लेह में जवानों के बीच पीएम मोदी
3 जुलाई, 2020 की तारीख पीएम मोदी की वजह से सिर्फ भारत के लिए नहीं, बल्कि वैश्विक कूटनीति के नजरिए से भी खास बन गई है। जब दुनिया के दो सबसे बड़ी आबादी और सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था वाले दो देशों की सेना एक-दूसरे के आमने-सामने हों, करीब दो हफ्ते पहले दोनों के सैनिकों में खूनी झड़पें हो चुकी हों, ऐसे में उनका समुद्र तल से 11,000 फीट ऊंचाई वाले सिंधु नदी के तट पर लेह के नीमू सेक्टर में देश के जवानों के बीच अचानक पहुंचना चीन ही नहीं पूरी दुनिया को बहुत बड़ा संदेश देता है। ग्लोबलाइजेशन के इस दौर में जब दुनिया बेहद छोटी हो चुकी है, कोरोना वायरस से पूरा विश्व परेशान है, पीएम मोदी का लद्दाख पहुंचना बहुत ही ज्यादा मायने रखता है।
2019- एलओसी पर जवानों के बीच पीएम मोदी
प्रधानमंत्री जब से सत्ता में आए हैं, उन्होंने हर दिवाली के मौके पर देश की रक्षा में जुटे वीर सैनिकों के साथ ही रोशनी का त्योहार मनाने का एक तरह से प्रण लिया हुआ है। बीते साल 27 अक्टूबर को देश दीपावली मना रहा था और पीएम मोदी जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सैनिकों के साथ थे। पीएम मोदी के लिए दिवाली के दिन एलओसी पर पहुंचना इसलिए भी अहम था, क्योंकि इसी साल केंद्र सरकार ने प्रदेश से आर्टिकल-370 हटाया था और जम्मू एवं कश्मीर और लद्दाख को संघ शासित प्रदेश बना दिया था। इस दौरान पीएम मोदी ने बीजी ब्रिगेड हेडक्वार्टर्स में जवानों को अपने हाथों से मिठाई भी खिलाई।
2018- उत्तराखंड में जवानों के बीच पीएम मोदी की दिवाली
7 नवंबर, 2018 को पीएम मोदी दिवाली मनाने के लिए उत्तराखंड के हर्षिल पहुंच गए थे। इस साल उन्होंने इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस यानि आईटीबीपी के जवानों के साथ दीपावली मनाने का फैसला किया था। जवानों को दीपावली की शुभकामाएं देकर पीएम मोदी केदारनाथ धाम पहुंच गए और वहां पर पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने केदारनाथ में चल रहे पुनर्निमाण कार्यों का भी जायजा लिया।
2017- जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में मनाई दिवाली
19 अक्टूबर, 2017 को प्रधानमंत्री दीवाली मनाने के लिए लाइन ऑफ कंट्रोल के पास जम्मू-कश्मीर के गुरेज सेक्टर में पहुंचे थे। इस साल उन्होंने सेना और बीएसएफ के जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। इस मौके पर उन्होंने कहा था कि बहादुर जवानों के साथ दिवाली मनाकर बहुत ही खुशी महसूस कर रहा हूं। इस मौके पर उन्होंने सैनिकों के त्याग और बलिदान की भी सराहना की।
2016- आतंकी हमले का जायजा लेने पठानकोट एयरबेस पहुंचे
09 जनवरी, 2016 की बात है। पंजाब के पठानकोट एयरबेस पर हुए आतंकी हमले के एक हफ्ते बाद पीएम मोदी अचानक पठानकोट पहुंच गए। इस दौरान उन्होंने सेना, एयर फोर्स, एनएसजी और बीएसएफ के आला अधिकारियों से हालात का जायजा लिया। उन्होंने बड़े अधिकारियों के साथ एक उच्चस्तरीय बैठक भी की।
2016- हिमाचल के चांगो गांव में मनाई दिवाली
30 अक्टूबर, 2016 को प्रधानमंत्री मोदी दिवाली मनाने के लिए हिमाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा के पास किन्नौर के चांदो गांव में दिवाली मनाने पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने आईटीबीपी, सेना और डोगरा स्काउट के जवानों और स्थानीय लोगों के साथ दिवाली मनाई। इस अवसर पर उन्होंने बताया था कि वो साल 2001 से ही अक्सर दिवाली पर जवानों के बीच ही आते हैं।
2015- डोगराई वॉर मेमोरियल में जवानों के साथ दिवाली
11
नवंबर,
2015
को
पीएम
मोदी
दिवाली
मनाने
के
लिए
पंजाब
के
अमृतसर
स्थित
डोगराई
वॉर
मेमोरियल
पहुंचे
थे।
उन्होंने
भारतीय
सशस्त्र
सेना
के
जवानों
के
साथ
दिवाली
मनाई
थी।
इस
साल
प्रधानमंत्री
मोदी
ने
पंजाब
में
अमृतसर
के
डोगराई
वॉर
मेमोरियल
में
दिवाली
मनाई।
उन्होंने
सीमावर्ती
इलाकों
का
भी
दौरान
किया
और
जवानों
के
साथ
वक्त
गुजारे।
(तस्वीर-narendramodi.in)
2015- बाढ़ का जायजा लेने अराकोणम नेवल बेस के एयर स्टेशन पहुंचे
3 दिसंबर, 2015 को पीएम मोदी तमिलनाडु के कई इलाकों में हुई भारी बारिश और बाढ़ का जायजा लेने अचानक चेन्नई के पास अराकोणम नेवल बेस के एयर स्टेशन पहुंच गए थे। यह नेवल स्टेशन आईएनएस राजाली पर स्थित है।
2014-पीएम बनने के बाद सियाचिन में मनाई पहली दिवाली
प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली दिवाली मनाने के लिए नरेंद्र मोदी 23 अक्टूबर, 2014 को सियाचिन ग्लेशियर पहुंचे थे। वहां से जाकर उन्होंने देशवासियों को कुछ इस अंदाज में दीपावली की शुभकामनाएं दीं- "सियाचिन ग्लेशियर की बर्फीली ऊंचाइयों से, भारतीय सेना के वीरों के साथ, सभी देशवासियों को दिवाली की शुभकामनाएं !" इस दौरान पीएम मोदी ने काफी वक्त जवानों के साथ गुजारा।