भाजपा का 'लोखो सोनार बांग्ला' अभियान क्या है, जिससे दीदी की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
कोलकाता: भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जेपी नड्डा गुरुवार से बंगाल में 'लोखो सोनार बांग्ला' अभियान शुरू करने जा रहे हैं। इसकी शुरुआत कोलकाता से होगी, जो कि पार्टी के विजन डॉक्युमेंट या जिसे भाजपा संकल्प पत्र (घोषणा पत्र) कहती है, उसके लिए लोगों से रायशुमारी का अभियान है। पार्टी की ओर से इस अभियान की घोषणा पिछले साल दिसंबर के आखिरी में ही कर दी गई थी, लेकिन गुरुवार को पार्टी अध्यक्ष इसे औपचारिक तौर पर लॉन्च करेंगे। इस अभियान के तहत हर विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी का एलईडी रथ एक व्यवस्थित अभियान के तहत पहुंचेगा और जिसके जरिए राज्य विधानसभा चुनाव के लिए मैनिफेस्टो तैयार करने से पहले मततादाओं से सीधे राय मांगी जाएगी। मतलब यह पार्टी का एक बहुत बड़ा जनसंपर्क अभियान है,जिससे चुनाव से कुछ महीने पहले वोटरों से सीधे कनेक्ट करने की योजना है।
भाजपा का 'लोखो सोनार बांग्ला' अभियान क्या है ?
बीजेपी का 'लोखो सोनार बांग्ला' अभियान,दरअसल आने वाले पांच वर्षों के लिए बंगाल की दिशा और दशा तय करने वाला एजेंडा तय करने की पार्टी की एक बहुत ही बड़ी मुहिम है। इसमें पार्टी सीधे मतदाताओं और आम नागरिकों से ही राय मांगेगी कि आने वाले वर्षों में वह प्रदेश के विकास और यहां की संस्कति के अनुकूल क्या बदलाव चाहते हैं। पार्टी का इरादा जनता से जुटाए गए इन्हीं सुझावों के मुताबिक विधानसभा चुनाव के लिए अपना संकल्प पत्र तैयार करना है। 'लोखो सोनार बांग्ला' के भाव से ही स्पष्ट है कि यह बंगाल को 'फिर' से सुनहरे अक्षरों में लिखने का अभियान है। इसके तहत भाजपा राज्य की हर विधानसभा क्षेत्र में एक एलईडी रथ ले जाएगी। यानी कुल 294 एलईडी रथ हर क्षेत्र में लोगों के बीच पहुंचाकर उनकी राय जुटाई जाएगी।
लोगों के पास पार्टी को सुझाव देने के ये सारे विकल्प होंगे
इस अभियान के तहत पार्टी हर चुनाव क्षेत्र में 100 बॉक्स के हिसाब से 30,000 बॉक्स रखवाएगी। वहीं एलईडी रथों में भी एक सुझाव पेटी होगी, जिसमें लोग अपनी राय लिखकर डाल सकते हैं। जनता को मोबाइल या टैबलेट के जरिए भी अपनी राय देने के विकल्प मिलेंगे। या फिर 9727-294-294 पर मिस्ड कॉल देकर भी अपनी राय और सोनार बांग्ला के लिए अपनी आशाएं और उम्मीदें जाहिर कर सकते हैं। इस नंबर पर वॉट्सअप और एसएमएस करने का भी विकल्प रहेगा। इनके अलावा लोग इसके लिए निर्धारित वेबसाइट पर जाकर राय दे सकते हैं। साथ ही वो चाहें तो ईमेल भी भेज सकते हैं।
200 से ज्यादा बैठकों की योजना
बीजेपी की रायशुमारी के अभियान में आम जनता के साथ 200 से ज्यादा सभाओं की भी योजना है। इसमें ओपिनियन मेकर, बुद्धिजीवी और प्रदेश के दूसरे महत्वपूर्ण लोगों को बुलाकर आम लोगों के साथ सीधा संवाद कराया जाएगा। दरअसल, घोषणापत्र बनाने से पहले लोगों से सुझाव जुटाने का काम भारतीय जनता पार्टी पहले से भी करती रही है। पार्टी उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और 2019 के लोकसभा चुनावों से पहले भी ऐसा कर चुकी है। नड्डा इस कार्यक्रम के लिए उन एलईडी रथों को ही विभिन्न विधानसभा क्षेत्रों में भेजकर इस मुहिम को शुरू कर रहे हैं। वह कोलकाता के साइंस सिटी में भी इसी पर बुद्धजीवियों के साथ एक बैठक में भाग लेने वाले हैं।
पश्चिम बंगाल के गठन की 75वीं वर्षगांठ की तैयारी
पिछले साल 30 दिसबंर को जब भाजपा ने 'लोखो सोनार बांग्ला' अभियान की योजना जाहिर की थी तभी प्रदेश भाजपा कोर कमिटी के सदस्य डॉक्टर अनिर्बन गांगुली ने इसके बारे में बताया था, 'पिछले 50 वर्षों में पश्चिम बंगाल के साथ कोमलता से व्यवहार नहीं किया गया है। हम बार-बार सोनार बांग्ला की बात कर रहे हैं। हम कुछ भविष्य की योजनाओं को ध्यान में रखकर आगे बढ़ेंगे। 2022 में पश्चिम बंगाल के गठन की 75वीं वर्षगांठ होगी। राज्य की मौजूदा कानून और व्यवस्था बहुत बुरी हालत में है। वित्तीय गतिशीलता थम चुकी है। पश्चिम बंगाल के वित्त मंत्री नहीं दिखते हैं। इस वजह से सोनार बांग्ला कार्यक्रम प्रदेश के विकास के लिए शुरू किया जाएगा।'
आम लोगों के मुद्दे को छूने की कोशिश
दरअसल, इस अभियान के जरिए पार्टी आम नागरिकों से जुड़े लगभग हर मुद्दे को छूने की कोशिश करेगी। इसमें गुड गवर्नेंस पर बात होगी तो डेवलपमेंट और इकोनॉमिक रिवाइवल के मुद्दे भी शामिल किए जाएंगे। युवाओं के भविष्य, महिलाओं का सशक्तिकरण, हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर, गरीबी को मिटाने, ग्रामीण और कृषि विकास के साथ-साथ बंगाल में वर्ल्ड क्लास मॉडल के बुनियादी ढांचे की बात होगी। राज्य में सत्ताधारी पार्टी को सबसे कड़ी चुनौती पेश कर रही पार्टी का यह कार्यक्रम 'पोरिबर्तन यात्रा' के साथ-साथ चलेगा। जाहिर है कि इन सबकी काट खोजने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल टीम को कड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
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