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आपके मरने के बाद आपके सोशल मीडिया अकाउंट का क्या होगा?

बहुत लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है कि उनके मरने के बाद उनके सोशल मीडिया अकाउंट का क्या होगा? तो आइए जानते हैं
Pravin Kumar Yadav
नॉमिनी को लेना होगा अनुमति
साइबर एक्सपर्ट का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति की मौत हो जाती है तो उसके रिलेटिव उसके सोशल मीडिया अकाउंट को चलाने के लिए संबंधित प्लेटफार्म को ईमेल भेजकर अनुमति ले सकते हैं।
फेसबुक देता है ऑप्शन
दुनिया भर में फेसबुक के 2 अरब से अधिक यूजर हैं लेकिन अधिकतर लोगों को इसके बारे में जानकारी नहीं है। फेसबुक द्वारा लेगेसी कांटेक्ट चुनने की अनुमति दी जाती है। सेटिंग से आप अपने अकाउंट का उत्तराधिकारी चुन सकते हैं।
फेसबुक अकाउंट बन जाएगा यादगार
फेसबुक चलाने वाले किसी व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद उनके रिश्तेदार या परिवार के सदस्य फेसबुक को ईमेल करके मृतक के अकाउंट को मेमोरियल के तौर पर सहेजने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। अकाउंट को डीएक्टिवेट करने के लिए भी अनुरोध किया जा सकता है।
Google इनएक्टिव अकाउंट मैनेजर
गूगल की जितनी सर्विसेज हैं यदि उनकी बात की जाए तो गूगल द्वारा इनएक्टिव अकाउंट मैनेजर की सेटिंग की जाती है। इसकी सेटिंग के दौरान कोई भी यूजर अपना नॉमिनी चुन सकता है। काफी समय तक अकाउंट को संचालित न किए जाने पर उसे संबंधित को शेयर कर दिया जाता है।
अकाउंट खुद से होगा डिएक्टिवेट
यदि आप गूगल यूजर हैं और चाहते हैं कि आप की मौत के बाद आपका गूगल अकाउंट अपने आप डीएक्टिवेट हो जाए तो इसके लिए आपको अकाउंट टर्मिनेट की सेटिंग करनी पड़ेगी। यह सेटिंग करने के बाद जब भी कभी 90 दिनों तक आपके अकाउंट के इनएक्टिव रहने पर आपके अकाउंट को गूगल द्वारा डीएक्टिवेट कर दिया जाएगा।
ट्विटर में नहीं है कोई ऐसी सेटिंग
बात करें ट्विटर की तो दुनिया भर में ट्विटर के 238 मिलियन यूजर हैं। हालांकि ट्विटर द्वारा अभी तक किसी ऐसे सेटिंग की सुविधा नहीं दी गई है कि मरने के बाद अपने वारिस को ट्विटर अकाउंट सौंप दिया जाए। यूजर के मरने के बाद उनके संबंधित लोगों की सीख शिकायत पर अकाउंट डिएक्टिवेट कर दिया जाता है।
इंस्टाग्राम कर देता है मेमोरियलाइज्ड
यूजर की मौत के बाद इंस्टाग्राम मृतक के परिजनों के अनुरोध पर उनके अकाउंट को मेमोरियलाइज्ड कर देता है। इसके अलावा यदि मृतक के परिवार के लोग डेथ सर्टिफिकेट अपलोड करते हुए अकाउंट को डीएक्टिवेट करवाना चाहें तो इंस्टाग्राम का अकाउंट डिएक्टिवेट भी हो जाता है।
व्हाट्सएप कोई भी चला सकता है
हम सभी जानते हैं कि व्हाट्सएप केवल मोबाइल नंबर के आधार पर चलाया जाता है और मोबाइल नंबर से ही उसे वेरीफाई किया जाता है। ऐसे में किसी व्यक्ति के मर जाने के बाद उनके परिवार के सदस्य उसी मोबाइल नंबर से व्हाट्सएप चला सकते हैं।
अकाउंट को करा सकते हैं डिएक्टिवेट
किसी भी व्यक्ति की मौत हो जाने के बाद उसके परिवार के सदस्य या रिश्तेदार उसके डेथ सर्टिफिकेट को संबंधित प्लेटफार्म को ईमेल करने के साथ ही अकाउंट डीएक्टिवेट करने के लिए अनुरोध कर सकते हैं। हालांकि इसकी रिक्वेस्ट केवल ट्रस्टेड व्यक्ति या मृतक के रिलेटिव ही कर सकते हैं।
तो आप भी कर लीजिए सेटिंग
अभी तक यदि आप इसके लिए सेटिंग नहीं किए हैं तो अपने संबंधित प्लेटफार्म के सोशल मीडिया अकाउंट को खोलकर उसमें अपनी पसंद के मुताबिक सेटिंग कर लीजिए। जिससे आप की मौत हो जाने के बाद उस अकाउंट को आप के बताए अनुसार कार्रवाई की जा सके।
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