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Drishti IAS बंद करने की क्यों उठी मांग, जानिए पूरा विवाद ?

डॉ. विकास दिव्यकीर्ति के एक वीडियो को लेकर विवाद जारी है। सोशल मीडिया पर विकास दिव्यकीर्ति को हिंदू विरोधी बताकर दृष्टि आईएएस बैन करने की मांग उठ रही है तो दूसरी ओर कुछ लोग उनका समर्थन भी कर रहे हैं।
Vinay Saxena
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने कोचिंग के दौरान रामायण की चौपाइयों का संदर्भ देते हुए श्रीराम के हवाले से सीताजी को लेकर कथित तौर पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। ये वीडियो क्लिप वायरल हो गई।
एक अन्य वीडियो में शम्बूक वध का हवाला देते हुए कथित तौर पर श्रीराम पर जातिगत भेदभाव और दलित विरोधी होने का आरोप लगाने की बात कही गई।
इन टिप्पणी को लेकर डॉ विकास दिव्यकीर्ति सवालों के घेरे में आ गए। सोशल मीडिया से लेकर सड़कों तक पर विरोध दर्ज कराया गया। ट्विटर पर #BandrishtiIAS ट्रेंड करने लगा।
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति इस मामले में अपनी बात रखते हुए कहा कि जो वीडियो वायरल हो रहा है वह यूपीएससी के पूर्व सदस्य, जेएनयू प्रोफेसर व लेखक पुरुषोत्तम अग्रवाल की पुस्तक संस्कृति : वर्चस्व एवं प्रतिरोध के रेफरेंस पर चर्चा के दौरान का है।
दिव्यकीर्ति ने बताया कि यह वीडियो साल 2018 का है। उन्होंने अपने क्लास के दौरान पुस्तक का रेफरेंस दिया था और उसकी एक छोटी सी क्लिप वायरल हो रही है।
डॉ. दिव्यकीर्ति ने अपनी बात रखते हुए वाल्मिकी रामायण और तुलसीदास कृत रामचरितमानस के कथित संदर्भ भी बताए हैं। उनका दावा है कि यह उत्तर रामायण का प्रसंग है।
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति दृष्टि आईएएस कोचिंग (Drishti IAS) के संस्थापक और संचालक हैं।
Drishti IAS यूपीएससी की तैयारी करने वालों के लिए सबसे बड़ा कोचिंग सेंटर माना जाता है।
डॉ. विकास दिव्यकीर्ति ने दृष्टि आईएएस कोचिंक की शुरुआत IAS की नौकरी छोड़कर की थी।
UPSC की तैयारी करने वालों के बीच डॉ. विकास दिव्यकीर्ति स्टेटस किसी स्टार जैसा ही है।