आजकल किशोर स्माइली फेस, लव हार्ट्स जैसे कार्टून आइकन के जरिए बातचीत पसंद करते हैं।
इमोजी की मदद से बातचीत संवाद का मजेदार तरीका है लेकिन क्या आप आप जानते हैं कि यह अंग्रेजी को बरबाद कर रही है।
इमोजी से बातचीत करने वाले इन किशोरों का व्याकरण खराब हो रहा है। यू ट्यूब की स्टडी में ये खुलासा हुआ है।
स्टडी के मुताबिक एक तिहाई से ज्यादा वयस्क मानते हैं कि इमोजी के इस्तेमाल से अंग्रेजी भाषा के स्तर में गिरावट आई है।
स्टडी में शामिल 94 प्रतिशत लोगों ने माना कि अंग्रेजी में गिरावट आई है और 80 प्रतिशत ने इसके लिए युवाओं को सबसे ज्यादा जिम्मेदार बताया।
ब्रिटिश लोगों ने जो सबसे ज्यादा गलतियां की उनमें स्पेलिंग (21%) की पहले नंबर पर और इसके बाद एपोस्ट्रोफ (16%) और कॉमा (16%) है।
स्टडी के मुताबिक आधे से ज्यादा ब्रिटिश वयस्कों को वर्तनी और व्याकरण पर कमांड नहीं है।
तीन चौथाई वयस्क बात कहने के लिए लिखने और स्पेलिंग चेक करने की जगह इमोजी का इस्तेमाल करते हैं।
वर्ड ऑफ द ईयर
इमोजी इतनी तेजी से बढ़ी है कि 2015 में किसी शब्द की जगह इसे ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने 'वर्ड ऑफ द ईयर' घोषित किया था।
इमोजी का इस्तेमाल पहली बार 1990 के दशक के अंत में जापानी मोबाइल कंपनियों ने किया था। भावनाओं को ग्राफिक तरीके से जाहिर करने के लिए उनका उपयोग किया जाता था।
अंग्रेजी भाषा पर इमोजी के असर को लेकर की गई स्टडी में 16 से 65 साल की आयु के दो हजार वयस्कों ने हिस्सा लिया था।