केजरीवाल सरकार का फैसला, अब पिछले महीने से 1.5 गुना से अधिक नहीं आएगा पानी का बिल
नई दिल्ली, 10 दिसंबर। दिल्ली के जल मंत्री और जल बोर्ड के अध्यक्ष सत्येंद्र जैन ने गुरुवार को घोषणा की कि राष्ट्रीय राजधानी में अब पानी का बिल पिछले महीने के बिल के 1.5 गुना से अधिक नहीं हो सकता है। यह निर्णय सत्येंद्र जैन की अध्यक्षता में दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के अधिकारियों के साथ बोर्ड की राजस्व प्रबंधन प्रणाली को मजबूत करने के लिए हुई बैठक में लिया गया।

एक आधिकारिक बयान में, जैन ने कहा, "डीजेबी ने आज अपने बिलिंग सिस्टम को अपडेट कर दिया है। अब आपका बिल पिछले महीने के 1.5 गुना से अधिक नहीं हो सकता है। यदि यह इससे अधिक है, तो ग्राहक को स्पष्टीकरण प्रदान किया जाएगा, और वह हो सकता है शिकायत दर्ज करें। किसी भी त्रुटि के लिए बोर्ड जवाबदेह और जिम्मेदार होगा।"
गलत रीडिंग बिलों पर लगेगा अंकुश
उन्होंने कहा कि पिछले बिल की तुलना में खपत विचरण 50 प्रतिशत से अधिक या कम होने पर मीटर रीडर टैबलेट से बिलिंग रोकने के लिए एक स्वचालित जांच प्रणाली होगी। बयान में कहा गया है, "ऐसे मामले में, बिल केवल जोनल राजस्व कार्यालय द्वारा जनरेट किया जाएगा, अगर मीटर रीडिंग इमेज खपत की पुष्टि करती है। इस कदम से गलत रीडिंग बिलों पर अंकुश लगेगा।
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विजिलेंस सिस्टम भी होगा मजबूत
दैनिक रैंडम मीटर रीडिंग इमेज ऑडिट, डीजेबी अध्यक्ष द्वारा लिए गए मुख्य फैसलों में से एक है। इसमें कहा गया है, "इस कदम से पारदर्शिता बढ़ेगी और बिलिंग प्रणाली में किसी भी तरह की विसंगतियों की जांच होगी। इससे मौजूदा बिलिंग प्रणाली से संबंधित सभी खामियों को भी दूर किया जा सकेगा। बैठक में कहा गया है कि विभाग अपने विजिलेंस सिस्टम को भी मजबूत करेगा।
दिल्ली सरकार को कई शिकायतें मिलीं, जिसमे बताया गया कि मीटर रीडर्स या तो मौजूदा मीटर रीडिंग की तस्वीर अपलोड नहीं करते थे या फिर एक रैंडम इमेज अपलोड करते थे और बाद में उसे खुद से सत्यापित कर उचित समझे जाने पर रीडिंग अलग से डालते हैं। जब तक कोई उपभोक्ता इसके लिए शिकायत दर्ज नहीं करता था, तब तक इस प्रक्रिया की कोई जांच नहीं होती थी।