
शिक्षकों के तबादलों के नाम पर राजस्थान में गहलोत सरकार ने मचा रखी है लूट-गुलाबचंद कटारिया
जयपुर, 26 जून। राजस्थान विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि उन्होंने अपने 42 वर्ष के राजनीतिक जीवन में पहली बार प्रदेश में लूट की अराजकता देखी है। शिक्षकों के तबादलों के नाम पर लूट का खेल जमकर चल रहा है। विधायकों से 200-250 नामों की सूचियां मांगी जा रही हैं। ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का एकमात्र उद्देश्य अपना पद बचाना है।

अजमेर में शनिवार को एक होटल में कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बातचीत में कटारिया ने कहा कि मौजूदा सरकार में हर एक को कोटा अलॉट किया गया है। सरकार बचाने के लिए लूट की खुली छूट दी गई है। देश और कानून व्यवस्था भले भाड़ में जाए।
सीएम नहीं देते कोई बयान
तीन साल की बच्ची से बलात्कार होने के बावजूद मुख्यमंत्री गहलोत कोई बयान नहीं देते। उन्होंने कहा कि गहलोत को केवल अपनी कुर्सी सुरक्षित करने के लिए ईडी के खिलाफ दिल्ली में अनशन पर बैठने का समय है लेकिन क्या इसका समय नहीं है कि राजस्थान की जनता के प्रति धर्म निभाएं, जनता की तकलीफें दूर करें।
आगामी चुनाव में कांग्रेस होगी ऑलआउट
कटारिया ने कांग्रेस पर तंज कसा कि पहले 156 से 56 सीटों पर आए फि्र 21 पर आ गए अब आगामी चुनाव में ऑल आउट हो जाएंगे। पद पर किस तरह से बने रह सकते हैं यह गहलोत को आता है। आगामी विधानसभा चुनाव में नेतृत्व के सवाल पर उन्होंने कहा कि प्रदेश में भी प्रधानमंत्री के चेहरे पर ही चुनाव लड़ेंगे। चुनाव के पहले अगर पार्टी किसी को भी सीएम का चेहरा घोषित करेगी तो भी मोदी के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे। कटारिया ने कहा कि पहले 44 हजार करोड़ जमा होते थे लेकिन आज एक लाख 67 हजार करोड़ रुपए का GST कलेक्शन होने से देश की ताकत बढ़ी है, सेनाएं मजबूत हुई है, दुनिया में भी भारत का वर्चस्व कायम हुआ है।
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