झारखंड- किसानों ने लगभग दो दर्जन से अधिक हल बैल के साथ खेत में फहराया तिरंगा झंडा
झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड के राजगढ़ में आज किसानों ने लगभग दो दर्जन से अधिक हल बैल के साथ खेत में तिरंगा झंडा फहराया और झंडे को सलामी दी. इस दौरान किसानों के खेत के तिरंगे से पटे नजर आ रहे थे. किसानों की इस प
गिरिडीह,13 अगस्त. झारखंड के गिरिडीह जिले के जमुआ प्रखंड के राजगढ़ में आज किसानों ने लगभग दो दर्जन से अधिक हल बैल के साथ खेत में तिरंगा झंडा फहराया और झंडे को सलामी दी. इस दौरान किसानों के खेत के तिरंगे से पटे नजर आ रहे थे. किसानों की इस पहल को देखने के लिए काफी संख्या में लोग खेतों तक पहुंचे थे. यह नजारा बड़ा ही खास लग रहा था.
हालांकि इस दौरान किसानों ने बारिश नहीं होने को लेकर चिंता व्यक्त की. इतना ही नहीं सुखाड़ के साथ-साथ किसानों को अब अकाल का डर सताने लगा है और सरकार से मांग की है कि फसल बीमा योजना के तहत जो पैसे दिए जा रहे हैं उसमें वृद्धि की जाए और मनरेगा मजदूरी दर भी बढ़ाया जाए. तभी सही मायने में आजादी का अमृत महोत्सव होगा.
दरअसल भारतीय कृषि मानसून के साथ जुआ है. कभी अतिवृष्टि तो कभी अल्पवृष्टि, कभी बाढ़ तो कभी सुखाड़. प्रकृति का यह कालचक्र है जिसका खामियाजा लगातार गिरिडीह के किसानों को भुगतना पड़ रहा है. सावन महीना भी गुजर चुका है. लेकिन बारिश की स्थिति इतनी खराब है कि नदी, नाले, तालाब, जोरिया और कुआं सभी सूखे पड़े हैं.
खेती के लिए पानी तो दूर मवेशियों को प्यास बुझाने के लिए पानी बड़ी मुश्किल से मिल पा रहा है. बारिश की यही स्थिति रही तो किसानों को सुखाड़ ही नहीं अकाल का भी सामना करना पड़ सकता है. गिरिडीह जिले में बारिश की स्थिति इतनी खराब है कि जुलाई महीने गुजर जाने के बाद भी जिले भर में अब तक मात्र 2.2% ही धनरोपनी हो पाई है। किसान मोटर पंप का सहारा लेकर कुएं व तालाब का पानी से थोड़ा बहुत जान बचाने के लिए खेती कर रहे हैं।