झारखंड में अब भी स्कूलों में शुक्रवार को हो रहा अवकाश,सरकार ने मांगा इसका जवाब
झारखंड के विभिन्न जिलों में कितने सामान्य स्कूलों के नाम से उर्दू शब्द हटाए गए तथा कितने स्कूलों में अब भी शुक्रवार को अवकाश हो रहा है, इसे लेकर जिला के पदाधिकारियों को जवाब देना होगा। आज यानी बुधवार से जिला शिक्षा पदाधि
रांची,17 अगस्त: झारखंड के विभिन्न जिलों में कितने सामान्य स्कूलों के नाम से उर्दू शब्द हटाए गए तथा कितने स्कूलों में अब भी शुक्रवार को अवकाश हो रहा है, इसे लेकर जिला के पदाधिकारियों को जवाब देना होगा। आज यानी बुधवार से जिला शिक्षा पदाधिकारियों और जिला शिक्षा अधीक्षकों की होनेवाली बैठक में सभी को इसे लेकर रिपोर्ट लाने को कहा गया है। इस संबंध में अबतक की हुई कार्रवाई को लेकर भी अधिकारियों को जानकारी देनी होगी।
स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग की जेसीईआरटी, रातू में होनेवाली इस बैठक में शामिल होनेवाले सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को प्रत्येक जिला से पांच-पांच ऐसे स्कूलों के नाम मांगे गए हैं जहां इस बार मैट्रिक एवं इंटरमीडिएट का परिणाम खराब रहा। साथ ही जिन स्कूलों में 25 से कम या 25 से 50 के बीच छात्र-छात्राएं नामांकित हैं, उनकी भी रिपोर्ट मांगी गई है। ऐसे स्कूलों को दूसरे स्कूलों में विलय किया जा सकता है।
विभाग ने ऐसे स्कूलों की भी रिपोर्ट लाने को कहा है जहां निर्धारित छात्र-शिक्षक अनुपात से अधिक शिक्षक कार्यरत हैं। ऐसे शिक्षकों को दूसरे स्कूलों में स्थानांतरित किया जाना है। दो दिवसीय बैठक में स्कूलों में बेंच-डेस्क व अन्य सुविधाओं की उपलब्धता, मुख्यमंत्री मेधा छात्रवृत्ति योजना, पोशाक वितरण, पाठ्य-पुस्तक वितरण आदि की भी समीक्षा की जाएगी।
प्रधानाध्यापकों के पद सृजन, स्कूलों के उत्मक्रमण, शिक्षकों के स्थानांतरण, प्रोन्नति आदि मामले की भी समीक्षा होगी। साथ ही पारा शिक्षकों के प्रमाणपत्रों की जांच तथा मिड डे मील बनानेवाली महिला रसोइया के सत्यापन से संबंधित कार्यों की भी समीक्षा की जाएगी। बीआरपी-सीआरपी द्वारा स्कूलों के भ्रमण को लेकर क्या स्थिति है, इसकी भी जानकारी सभी जिला पदाधिकारियों से मांगी गई है।