Delhi Air Pollution: दिल्ली को वायु प्रदूषण से बचाने के लिए केजरीवाल सरकार चलाएगी ट्रेनिंग प्रोगाम
delhi Air Pollution: दिल्ली को वायु प्रदूषण से बचाने के लिए केजरीवाल सरकार चलाएगी ट्रेनिंग प्रोगाम, जानें सभी अहम बातें
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर: दिल्ली में वायु प्रदूषण का लेवल लगातार बढ़ रहा है। दूसरी ओर दिल्ली सरकार इससे निपटने और इसको कम करने की भी हरसंभव कोशिश में जुटी हुई है। इसको लेकर कई अहम कदम हाल ही में उठाए गए हैं। ऐसे में अब सरकार ने इसके लिए और सख्त कदम उठाने और कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन साइट्स पर डस्ट पॉल्युशन को किस तरह से रोका जा सकता है, इसके लिए दिल्ली में एक बड़ा ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति की ओर से आगामी 27 अक्टूबर को कैपेसिटी बिल्डिंग प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है। इसमें सभी सी एंड डी कंपनियों को अपने प्रतिनिधि नामित करने के निर्देश दिए गए हैं।
बताया जाता है कि इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में सभी एजेंसियों और प्रोजेक्ट प्रोपोनेंट के साथ-साथ 13 सरकारी एजेंसियों को बुलाया गया है। साथ ही डीपीसीसी ने एक पत्र जारी कर यह भी कहा है कि इस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए कंस्ट्रक्शन कंपनी या साइट ठेकेदार अपने 5 से 10 अधिकारी/साइट पर्सनल को नॉमिनेट करें।
इस तरह का पत्र डीपीसीसी के मैंबर सेक्रेटरी डॉ. के. एस. जयचंद्रा की ओर से जारी किया गया है। मैंबर सेक्रेटरी की ओर से पत्र में साफ और स्पष्ट कहा है कि समिति दिल्ली में एयर पाल्युशन रोकने के लिए पूरी सक्रियता के साथ काम कर रही है। इसके लिए सीएंडडी प्रोजेक्ट/साइट्स में शमन सिद्धांतों पर जागरूकता पैदा करने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। वहीं, डीपीसीसी की ओर से सीएंडडी पॉर्टल भी विकसित किया है जहां पर प्रोजेक्ट प्रोपोनेंट्स अपना सेल्फ एसेसमेंट कर सकते हैं।
जानिए कब और कहां चलेगा ट्रेनिंग प्रोगाम
बताया जाता है कि सीएंडडी पॉर्टल पर सभी कंस्ट्रक्शन साइट ठेकेदारों को रजिस्टर करना अनिवार्य है। यह अनिवार्यता 500 स्क्वायर मीटर्स से ऊपर वाले सभी ठेकेदार पर लागू है। ट्रेनिंग प्रोग्राम 27 अक्टूबर को दिल्ली सचिवालय के ऑडिटोरियम में सुबह 11 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक चलेगा। डेढ घंटे के इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में सभी प्रतिभागी हिस्सा लेंगे और उसके बाद उन सभी नियमों या निर्देशों को अनुपालन साइट पर अमल में लाएंगे जोकि वायु कण उत्सर्जन को रोकने में कामयाब होंगे।
डीपीसीसी का कहना है कि यह ट्रेनिंग प्रोग्राम कंस्ट्रक्शन साइट्स पर डस्ट जरनेशन को रोकने के लिए प्रयासों को मजबूत बनाने को किया जा रहा है। सीएंडडी एक्टिविटीज से कण उर्त्सजन को कम करने लिए प्रोग्राम के जरिए तरीके बताए जाएंगे।
इस ट्रेनिंग के बाद सभी प्रतिभागियों को इन सभी बातों का विशेष ख्याल रखते हुए साइट्स पर अमल में लाना अनिवार्य होगा:-
-कंस्ट्रक्शन साइट पर वायु/धूल प्रदूषण के स्तर का असेसमेंट।
-कण उत्सर्जन के स्रोतों का पता लगाना और हर गतिविधि के लिए नियंत्रण संबंधी कदम उठाना अनिवार्य।
-ऐसी सभी कंस्ट्रक्शन गतिविधियों का पता लगाना जिससे कि एयर क्वालिटी को मजबूत बनाया जा सके।
-सीएंडडी पोर्टल https://dustcontroldpcc।delhi।gov।in/ पर स्वयं को रजिर्स्टर्ड करना और सेल्फ असेसमेंट करना।
286 साइट्स पर 90 लाख का लगाया जा चुका है जुर्माना
इस बीच देखा जाए तो डीपीसीसी की ओर से दिल्लीभर में एंटी डस्ट कैंपेन गत 7 अक्टूबर से चलाया हुआ है। इस कैंपेन के अंतर्गत दिल्लीभर में चल रही कंस्ट्रक्शन साइट्स का निरीक्षण किया जा रहा है जोकि धूल कण उत्सर्जन का बड़ा कारक बनती हैं। डीपीसीसी की टीम और पर्यावरण मंत्री गोपाल राय लगातार इन साइट्स का निरीक्षण भी कर रहे हैं। वहीं नियमों का उल्लंघन पाए जाने पर जुर्माना भी लगाया जा रहा है। गत मंगलवार तक डीपीसीसी की टीमों ने 1105 निर्माण स्थलों का दौरा किया है और 286 स्थलों पर अनियमितता मिलने पर 90 लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
100 चौराहों पर शुरू किया 'रेड लाइट ऑन, गाड़ी ऑफ' कैंपेन
इसके अलावा वायु प्रदूषण के लेवल को कम करने के लिए गत 18 अक्टूबर से पूरी दिल्ली में व्हीकल पाल्युशन कम करने के लिए ' रेड लाइट ऑन, गाडी ऑफ' कैंपेन भी शुरू किया है। इसके लिए दिल्लीभर के 100 चौराहों पर यह कैंपने चलाया हुआ है और लोगों को रेड लाइट पर गाडी ऑफ करने के लिए जागरूक किया जा रहा है। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने रेड लाइट पर लोगों को गुलाब का फूल देकर गाडी ऑफ करने की अपील भी की है। अब सभी विधायक भी इस कैंपने का हिस्सा बनेंगे और लोगों को इसमें भागीदार बनने की अपील करेंगे।
पराली जलाने से रोकने का शुरू किया डीकंपोजर छिड़काव
वायु प्रदूषण को कम करने के लिए दिल्ली सरकार की ओर से पराली को गलाने के लिए खेतों में डीकंपोजर छिड़काव भी किया जा रहा है। किसानों को खेतों में फ्री डीकंपोजर छिड़काव के जरिए पराली गलाने में मदद की जा रही है। इस प्रयास से किसानों को पराली जलाने से रोका जा सकेगा। इस प्रयास की शुरूआत दिल्ली सरकार ने पिछले साल की थी।