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दिन के अनुसार तिलक लगाकर सोया भाग्य जगाएं

By Pt. Gajendra Sharma
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नई दिल्ली। हिंदू पूजा पद्धति तिलक के बिना अधूरी है। किसी भी शुभ कार्य, पूजा-पाठ प्रारंभ करने से पूर्व तिलक लगाना सनातन परंपरा का अभिन्न् हिस्सा है। तिलक भी अलग-अलग चीजों के लगाए जाते हैं। कोई चंदन का तिलक लगाता है तो कोई सिंदूर का। इनके अलावा भी कई चीजों से तिलक लगाया जाता है। तिलक लगाने के पीछे न सिर्फ धार्मिक बल्कि वैज्ञानिक कारण भी निहित है। वैसे तो शैव, वैष्णव, शाक्त और अन्य मतों के अनुसार तिलक अलग-अलग आकार प्रकार के लगाए जाते हैं लेकिन क्या आप जानते हैं सामान्य तिलक करने से आप अपने सोए हुए भाग्य को जगा सकते हैं। आप यदि सप्ताह के दिनों के अनुसार उनके अधिपति देवताओं के तिलक लगाएंगे तो न केवल उन्न्ति के मार्ग पर अग्रसर होंगे बल्कि आपकी आध्यात्मिक चेतना और ज्ञान भी जागृत होगा।

आइए जानते हैं किस दिन किस तरह का तिलक किस देवता के नाम से लगाना चाहिए....

तिलक लगाकर सोया भाग्य जगाएं

तिलक लगाकर सोया भाग्य जगाएं

  • सोमवार : सोमवार का दिन भगवान शिव का दिन होता है। इस वार का स्वामी ग्रह चंद्रमा है। चंद्रमा मन का कारक ग्रह होता है। मन को काबू में रखकर मस्तिष्क को शीतल और शांत बनाए रखने के लिए सोमवार को सफेद चंदन का तिलक लगाना चाहिए। इस दिन विभूति या भस्म का तिलक भी कर सकते हैं।
  • मंगलवार : मंगलवार महावीर बजरंगबली का दिन होता है। इस दिन का स्वामी ग्रह मंगल है। मंगल लाल रंग का प्रतिनिधित्व करता है। इस दिन लाल चंदन या चमेली के तेल में सिंदूर घोलकर तिलक लगाने से ऊर्जा और कार्यक्षमता में विकास होता है। इससे मन में सकारात्मक भाव का संचार होता है और उस दिन किए जाने वाले कार्यों में बाधा नहीं आती है।
  • बुधवार : बुधवार का दिन भगवान श्रीगणेश का दिन होता है। इस दिन का ग्रह स्वामी है बुध। इस दिन सूखे सिंदूर का तिलक लगाना चाहिए। इस तिलक से बौद्धिक क्षमता तेज होती है और दिन शुभ रहता है। भगवान श्री गणेश की कृपा से पूरा दिन शुभ बीतता है।

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 केसर मिलाकर माथे पर तिलक करें

केसर मिलाकर माथे पर तिलक करें

  • गुरुवार : गुरुवार देवताओं के गुरु बृहस्पति का दिन है। इस दिन के खास देवता ब्रह्मा हैं। इस दिन का स्वामी ग्रह बृहस्पति है। गुरु को पीला या सफेद मिश्रित पीला रंग प्रिय है। इस दिन सफेद चंदन की लकड़ी को घिसकर उसमें केसर मिलाकर माथे पर तिलक करें। हल्दी या गोरोचन का तिलक भी लगा सकते हैं। इससे मन में पवित्र और सकारात्मक विचार तथा अच्छे भावों का संचार होता है। इससे आर्थिक परेशानी का हल भी निकलेगा।
  • शुक्रवार : शुक्रवार का मां लक्ष्मी का दिन है। इस दिन का ग्रह स्वामी शुक्र है। इस दिन लाल चंदन का तिलक लगाने का बड़ा महत्व है। इसे लगाने से मानसिक तनाव दूर होता है और भौतिक सुख-सुविधाओं में वृद्धि होती है। इस दिन सिंदूर भी लगा सकते हैं।
  • भस्म या लाल चंदन लगाना चाहिए ...

    भस्म या लाल चंदन लगाना चाहिए ...

    • शनिवार : शनिवार को भैरव, शनि और यमराज का दिन माना जाता है। इस दिन के ग्रह स्वामी हैं शनि। शनिवार के दिन विभूती, भस्म या लाल चंदन लगाना चाहिए जिससे भैरव प्रसन्न् रहते हैं। शनिदेव की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
    • रविवार : रविवार का दिन भगवान विष्णु और सूर्य का दिन होता है। इस दिन के ग्रह स्वामी हैं सूर्य देव। इस दिन लाल चंदन या हरि चंदन लगाएं। भगवान विष्णु की कृपा रहने से धन संपदा प्राप्त होती है। मान-सम्मान में वृद्धि होती है और मन में सात्विकता, आध्यात्मिकता का संचार होता है।

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English summary
The tilak cover the spot between the eyebrows, which is the seat of memory and thinking. It is known as the Aajna Chakra in the language of Yoga.
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