सावन का चौथा सोमवार आज, महाकलेश्वर मंदिर में हुई 'भस्म आरती', देखें Video
वाराणसी। आज पवित्र सावन महीने का चौथा सोमवार है। दिल्ली, वाराणसी, बिहार, झारखंड, एमपी हर जगह लोग भगवान शिव का जय-जयकार कर रहे हैं, मंदिरों में भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना हो रही है। कोरोना संकट की वजह से इस बार मंदिरों में भीड़ नहीं देखी जा रही है लेकिन फिर भी शिवभक्त अपनी-अपनी तरह से अपने प्रभु की आज पूजा कर रहे हैं।
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आर्थिक वैभव प्रदान करने वाला है आज का सोमवार
आज का सोमवार खुशी और आर्थिक वैभव प्रदान करने वाला है इसलिए आज अगर शिवभक्त अपने शिव की भांग, बेलपत्र ,धतूरा और शहद से पूजा करें, तो उन्हें शक्ति और लंबी उम्र के साथ-साथ खुशी और आर्थिक सुख भी प्राप्त होगा।
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बेलपत्र से पूजा
आपको पता है कि विश्व के सभी देवी देवताओं में महादेव ही एक ऐसे हैं जिनके ऊपर बेलपत्र चढ़ाया जाता है, खासकर के सावन के महीने में खास तौर पर से बेलपत्र से भोलेनाथ की पूजा की जाती है। पौराणिक कथा के अनुसार जब विश्व के 89 हजार ऋषि मुनियों ने परमपिता ब्रह्मा से यह पूछा कि आखिरकार महादेव को किस तरह प्रसन्न किया जा सकता है। तब ब्रह्मदेव ने ऋषियों से कहा था कि भोलेनाथ 100 कमल चढ़ाने से जितने प्रसन्न होते हैं उतना ही प्रसन्न एक बेलपत्र चढ़ाने से होते हैं और एक हजार नीलकमल के बराबर एक बेलपत्र होता है, तभी से सभी लोग महादेव पर बेलपत्र चढ़ाते आ रहे हैं।
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महाकाल मंदिर में हुई 'भस्म आरती'
महाकाल मंदिर में हुई 'भस्म आरती' सावन के चौथे सोमवार को उज्जैन के महाकाल मंदिर में खास भस्म आरती हुई, इस आरती के पीछे कारण ये माना जाता है कि इंसान मृत्यु के बाद भस्म यानी राख में मिल जाता है और भस्म के जरिए वो शिव से जुड़ा रह सकता है, राख को हमेशा पवित्र माना जाता है इसलिए भस्म की आरती के बाद यहां पर लोग राखी का टीका लगाते हैं।
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इन मंत्रों से कीजिए पूजा
- ॐ नमः शिवाय
- नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वरायनित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:॥
- मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वरायमंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:॥
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