Chaitra Navratri 2020: इस बार नाव पर सवार होकर आ रही हैं मां दुर्गा, जानिए घट स्थापना का मुहूर्त और पूजा विधि
नई दिल्ली। चैत्र नवरात्रि का पर्व 25 मार्च से प्रारंभ हो रहा है,आपको बता दें कि साल में दो बार नवरात्रि आती हैं, जिन्हें चैत्र और शारदीय नवरात्र के नाम से जाना जाता है, चैत्र नवरात्रि के साथ हिंदू नव वर्ष की शुरुआत होती है तो वहीं शारदीय नवरात्र अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है, इन दोनों ही नवरात्रों की शुरुआत घट स्थापना के साथ ही होती है।
घट स्थापना की तिथि और शुभ मुहूर्त
- घट स्थापना की तिथि: 25 मार्च 2020
- प्रतिपदा तिथि प्रारंभ: 24 मार्च 2020 को दोपहर 2 बजकर 57 मिनट से
- प्रतिपदा तिथि समाप्त: 25 मार्च 2020 को शाम 5 बजकर 26 मिनट तक
- घट स्थापना मुहूर्त: 25 मार्च 2020 को सुबह 6 बजकर 19 मिनट से सुबह 7 बजकर 17 मिनट तक
- कुल अवधि: 58 मिनट
नाव पर सवार होकर आ रही हैं भगवती
बुधवार से नवरात्र शुरू होने पर मां दुर्गा नाव पर सवार होकर आती हैं। माता दुर्गा जिस वाहन से पृथ्वी पर आती हैं, उसके अनुसार सालभर होने वाली घटनाओं का भी आंकलन किया जाता है। देवी भागवत के अनुसार मां की सवारी दिन के हिसाब से तय होती है।
इस बार का नवरात्र शुभ है
- सोमवार को मां की सवारी: हाथी।
- मंगलवार को मां की सवारी: अश्व यानी घोड़ा।
- बुधवार को मां की सवारी: नाव।
- गुरूवार को मां की सवारी: डोली।
- शुक्रवार को मां की सवारी: डोली।
- शनिवार को मां की सवारी: अश्व यानी घोड़ा।
- रविवार को मां की सवारी: हाथी।
मान्यता है कि देवी नौका पर आती हैं तो सभी की मनोकामनाएं पूरी होती हैं, इसलिए इस बार का नवरात्र शुभ है।
कौन से वाहन पर सवार होकर जाती हैं देवी
माता दुर्गा आती भी वाहन से हैं और जाती भी वाहन से हैं। यानी जिस दिन नवरात्र का अंतिम दिन होता है, उसी के अनुसार देवी का वाहन भी तय होता है। रविवार या सोमवार को देवी भैंसे की सवारी से जाती हैं तो देश में रोग और शोक बढ़ता है। शनिवार या मंगलवार को देवी मुर्गे पर सवार होकर जाती हैं, जिससे दुख और कष्ट की वृद्धि होती है। बुधवार या शुक्रवार को देवी हाथी पर जाती हैं। इससे बारिश ज्यादा होती है। गुरुवार को मां दुर्गा मनुष्य की सवारी से जाती हैं। इससे जो सुख और शांति की वृद्धि होती है। इस बार रामनवमी 2 अप्रैल यानी कि गुरूवार को है, यानी कि मां दुर्गा मनुष्य की सवारी से जाएंगी जो कि शुभ ही है।
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