Motivational Story: बुद्धि से होगी समस्या पार, पढ़ें ये ज्ञानवर्धक कहानी
नई दिल्ली। जीवन में समस्याएं आना स्वाभाविक बात है। जीवन इतने उतार- चढ़ावों से भरा पड़ा है कि इसका हर मोड़ एक नई समस्या लेकर सामने आता है। कभी ये समस्याएं छोटी होती हैं और अधिक परेशान किए बिना सुलझ जाती हैं। कभी ऐसा भी होता है कि कोई ऐसी समस्या आ जाती है, जिसको सुलझाने का कोई सिरा ढूंढने पर भी नहीं मिलता और मन चिंता में डूब जाता है। लेकिन याद रखें, चिंता से कभी, कोई समाधान नहीं मिलता। हर समस्या का समाधान हमारी बुद्धि के पास है। अगर शांत मन से सोचेंगे, तो हर समस्या को सुलझाना आसान हो जाएगा। कैसे, आज की हास्यपरक कथा से जानते हैं-
एक व्यापारी था। वह व्यापार के सिलसिले में एक गांव से दूसरे गांव जाता रहता था। अपनी सुरक्षा के लिए वह हमेशा अपने पास एक मोटा डंडा रखता था। इसके साथ ही उसे अपनी बुद्धिमानी पर भी पूरा भरोसा था। वह कभी घबराता नहीं था, इसीलिए वह सामने आने वाली हर समस्या से पार पा जाता था। एक बार वह एक जंगल पार कर किसी गांव की बाहरी सीमा पर पहुंचा। शाम गहराने लगी थी और दिन भर चलने के बाद व्यापारी थक भी गया था। इसीलिए उसने गांव के बाहर ही अपने लिए तंबू लगा लिया और घोड़े को बांध दिया। उसने घोड़े को घास डाली और खुद साथ लाया खाना खाकर सो गया।
घोड़े के खुरों के निशान ढूंढे
सुबह उठकर व्यापारी ने पाया कि उसका घोड़ा नदारद है। उसने कोई चिंता ना पाली, आराम से आस-पास का मुआयना किया और घोड़े के खुरों के निशान ढूंढे। जल्द ही उसे गीली मिट्टी पर घोड़े के खुरों की छाप मिल गई और वह समझ गया कि गांव का ही कोई आदमी घोड़ा चुरा ले गया है। वह आराम से गांव पहुंचा और चाय की दुकान पर पहुंच डंडा पटकते हुए जोर से बोला- भाई! बढि़या कड़क चाय पिला दो। अभी मुझे आपके गांव के एक चोर को पीटना है, जो मेरा घोड़ा चुरा लाया है। आप देखना, मैं उसका ऐसा हाल करूंगा, जो मैंने पिछली बार किया था। इसके बाद वह गांव में घूम- घूम कर यही बात दोहराने लगा और फिर वापस अपनी पुरानी जगह पर आ गया। उसके डंडा पटकने और चिल्लाने से चोर घबरा गया। उसका कलेजा कांपने लगा कि पता नहीं, इसने पुराने चोर का क्या हाल किया होगा? वह फौरन घोड़ा लेकर व्यापारी के पास पहुंचा और माफी मांगने लगा। व्यापारी ने उसे माफ कर दिया। चोर ने कहा- भाई! अब मुझे ये तो बता दो कि पिछली बार जब आपका घोड़ा चोरी हुआ था, तब आपने किया क्या था? व्यापारी ने हंसते हुए कहा- कुछ नहीं दोस्त! मैंने नया घोड़ा खरीद लिया था।
शिक्षा
दोस्तों, जीवन में समस्याओं को आने से रोका नहीं जा सकता। वास्तव में ये समस्याएं एक प्रकार की चुनौतियां होती हैं, जिन्हें सुलझाकर हम अपना ही आत्मिक विकास करते हैं। हर नई समस्या हमें पहले से अधिक समझदार बनाती है। इसीलिए जब भी जीवन में कोई समस्या आए, तो ठंडे मन से सोचें कि उससे पार पाने के लिए क्या उपाय किया जा सकता है। व्यर्थ की चिंता ना पालें क्योंकि चिंता केवल चिता की तरफ ले जाती है, समाधान नहीं लाती।
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