Maha Shivratri 2020: महाशिवरात्रि पर मिलता है जीवन की अनेक समस्याओं का हल
नई दिल्ली। वेदों में पंचदेव पूजा का विधान बताया गया है, जिसमें प्रमुख देवता के रूप से भगवान शिव को मान्यता दी गई है। भगवान शिव की पूजा न केवल मृत्यु पर विजय दिलाती है, वरन जीवन की प्रत्येक समस्या का हल भी प्रदान करती है। धन, संपत्ति, सुख, वैभव, रोगों से मुक्ति से लेकर तमाम साधन-संसाधनों की पूर्ति भगवान शिव की आराधना-पूजा से होती है। वैसे तो भगवान शिव को किसी भी समय, कभी भी पूजिए वे तुरंत शुभ फल प्रदान करते हैं, लेकिन विशेष दिन महाशिवरात्रि पर यदि अपनी किसी विशेष कामना की पूर्ति के लिए उनका पूजन किया जाए तो यह कई गुना अधिक शुभ होता है।
आइए जानते हैं क्या हैं वे उपाय...
संपत्ति सुख की प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से अभिषेक
यदि आप धन के अभाव से जूझ रहे हैं। संपत्ति एकत्रित नहीं कर पा रहे हैं तो महाशिवरात्रि पर भगवान शिव का विशेष अभिषेक गन्ने के रस से किया जाता है। भगवान शिव को गन्ना अति प्रिय है। गन्ने में महालक्ष्मी का वास होता है। यदि शिवरात्रि पर भगवान शिव का गन्ने के रस से अभिषेक किया जाए तो धन संपदा की कोई कमी नहीं रहती है। इससे शिव भी प्रसन्न होते हैं और लक्ष्मी भी। स्थायी लक्ष्मी की प्राप्ति के लिए गन्ने के रस से शिव महिम्नस्तोत्र की 21 आवृत्ति के साथ अभिषेक करना चाहिए।
रोग मुक्ति के लिए घी से अभिषेक
भगवान शिव की पूजा रोगों से मुक्ति प्रदान करती है। यदि आपके परिवार में किसी न किसी सदस्य को बीमारी आती रहती है तो महाशिवरात्रि के दिन काले पत्थर के शिवलिंग का घी से अभिषेक करें। घी आयु और आरोग्य का प्रतीक है। इसके पश्चात शिवलिंग पर सवा पाव अक्षत अर्पित करें और महामृत्युंजय मंत्र के 11 माला जाप करें। उसके पश्चात शिवलिंग पर से थोड़ा सा अक्षत लेकर उसे सफेद कपड़े में बांधकर रोगी के सिरहाने रखें। तीन दिन में रोगी ठीक हो जाएगा। उसके ठीक होते ही सिरहाने रखी अक्षत की पोटली किसी नदी या तालाब में विसर्जित कर दें।
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नौकरी-बिजनेस में तरक्की के लिए
कई लोगों को बिजनेस में सफलता नहीं मिलती। बार-बार बिजनेस बदलने की नौबत आती है। नौकरी में भी स्थायित्व और तरक्की नहीं मिल पाती। ऐसे में शिवरात्रि के दिन केसर के दूध से शिवजी का अभिषेक करने से बड़ा लाभ प्राप्त होता है। इससे सूर्य ठीक होता है और मान-सम्मान, पद-प्रतिष्ठा प्राप्त होता है। बिजनेस और नौकरी में तरक्की मिलती है।
हादसों से बचाव के लिए
कई लोगों को बार-बार वाहन दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। इससे बचने के लिए शिवरात्रि पर महामृत्युंजय मंत्र का जाप करते हुए शिवलिंग पर 1008 बिल्वपत्र और 1008 धतूरे अर्पित करें। इससे दुर्घटनाओं से बचाव होता है।
सर्वसुखों की प्राप्ति के लिए
यदि आप समस्त सुखों की प्राप्ति करना चाहते हैं। पारिवारिक, वैवाहिक, संतान पक्ष की ओर से सुखी होना चाहते हैं तो महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का अभिषेक पंचामृत दूध, दही, घी, शहद, शक्कर से करें। अभिषेक करते समय शिव महिम्नस्तोत्र का पाठ करें या ऊं नमः शिवाय मंत्र का जाप भी किया जा सकता है।
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