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Magh Snan 2020: माघ स्नान आज से प्रारंभ, समस्त सुखों की होगी प्राप्ति

By Pt. Gajendra Sharma
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नई दिल्ली। पौष शुक्ल पूर्णिमा 10 जनवरी 2020 शुक्रवार से माघ स्नान प्रारंभ हो रहा है। यह स्नान पूरे माघ माह किया जाता है, यानी माघी पूर्णिमा के दिन 9 फरवरी तक यह स्नान चलेगा। धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टि से शास्त्रों में माघ स्नान का बड़ा महत्व बताया गया है। इसे मोक्ष प्रदाता कहा गया है। मान्यता है कि माघ मास में प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर स्नान करने से दस हजार अश्वमेघ यज्ञ करने के बराबर फल प्राप्त होता है। माघ मास में प्रातःकाल ब्रह्म मूहुर्त में जागकर गंगा, नर्मदा, यमुना आदि पवित्र नदियों में स्नान अवश्य करना चाहिए। इस माह में दान-पुण्य, रोगियों, निशक्तों की सेवा करने से करोड़ों गुना शुभ फल प्राप्त होता है। इस पूरे माह पवित्र स्नान करने से समस्त पापों का नाश होता है और व्यक्ति की आध्यात्मिक चेतना जागृत होती है।

माघ माह में स्नान, जप, तप का फल

माघ माह में स्नान, जप, तप का फल

माघ माह में सूर्य मकर राशि में गोचर करते हैं। इसलिए इस माह का पुण्य कई गुना बढ़ जाता है। इस माह के दौरान हरिद्वार, नासिक, उज्जैन, इलाहाबाद इत्यादि में स्नान करने से पुण्य फलों की प्राप्ति होती है। इस माह में स्नान के बाद दान-पुण्य अवश्य करना चाहिए। इस माह में अपने गुरु या ईष्ट के मंत्रों का जाप करने से आत्मसंयम की प्राप्ति होती है। शरीर से नकारात्मक ऊर्जा निष्कासित हो जाती है। यहां तक कि इस माह में पवित्र नदियों के तट पर निवास करने का भी बड़ा महत्व है। इसे कल्पवास कहा जाता है। पुराणों में कल्पवास का वर्णन मिलता है, जिसमें स्पष्ट कहा गया है कि माघ माह में पवित्र नदियों के तट पर कल्पवास करना चाहिए। इस दौरान संयम, धैर्य और मौन रहते हुए सात्विक जीवन जीना चाहिए। इस माह अपनी सामर्थ्य और क्षमता के अनुसार दान-पुण्य करें, सिद्ध योगियों-संतों के दर्शन करें। कहा जाता है माघ स्नान के फलस्वरूप ही प्रतिष्ठानपुरी के राजा पुरुरवा को अपनी कुरूपता से मुक्ति मिली थी और उन्होंने दैदीप्यमान काया प्राप्त की थी। इसी स्नान के प्रताप से गौतम ऋषि द्वारा शापित इंद्र भी श्राप मुक्त हुए थे।

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घर में भी पाया जा सकता है पुण्य

घर में भी पाया जा सकता है पुण्य

यदि आपके आसपास कोई पवित्र नदी ना हो या पवित्र नदियों में स्नान के लिए जाने की आपकी क्षमता ना हो तो घर में भी माघ स्नान के बराबर पुण्य प्राप्त किया जा सकता है। इसके लिए आपके मन में पवित्रता, शुद्धता और श्रद्धा होना आवश्यक है। आप प्रातःकाल ब्रह्म मुहूर्त में जागकर पवित्र नदियों का जल (गंगाजल लगभग सभी घरों में होता है) डालकर उससे स्नान करें। घर के देवी-देवताओं की पूजा करें और यथाशक्ति गरीबों को भोजन करवाएं। गायों को हरा चारा खिलाएं। पक्षियों को दाना डालें। इससे आपको पुण्य फलों की प्राप्ति होगी। इस दिन शिवार्चन और विष्णुपूजा करना पुण्यदायी होता है।

माघ स्नान से दूर होती है ग्रहों की पीड़ा

माघ स्नान से दूर होती है ग्रहों की पीड़ा

  • माघ स्नान का महत्व केवल धार्मिक और आध्यात्मिक ही नहीं है, बल्कि ज्योतिष शास्त्र में भी इस माह का विशेष महत्व बताया गया है। इस माह में जीवन का प्रमुख स्रोत सूर्य मकर राशि में गोचर करता है। प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने से सूर्य आदि समस्त ग्रहों की शक्ति प्राप्त होती है। जन्मकुंडली में बिगड़े ग्रहों में संतुलन स्थापित होता है।
  • माघ माह में प्रतिदिन प्रातःकाल पीपल के वृक्ष में जल अर्पित करने से धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
  • प्रतिदिन भगवान विष्णु का पूजन समस्त द्रव्यों का सुख प्रदान करता है।
  • भगवान शिव का प्रतिदिन जलाभिषेक करने से रोग मुक्ति होती है और आयु में वृद्धि होती है।

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English summary
Magh Snan 2020 is on January 10 Friday,. It is believed that performing the Magh Snan ritual frees from all the sins and provides salvation.
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