सावन का अंतिम सोमवार आज, बना है खास संयोग, महाकाल मंदिर में हुई 'भस्म आरती'
नई दिल्ली। सावन के हर सोमवार की अपनी एक महत्ता होती है, आज सावन का अंतिम सोमवार है, दिल्ली, वाराणसी, बिहार, झारखंड, एमपी हर जगह लोग भगवान शिव का जय-जयकार कर रहे हैं, मंदिरों में भजन-कीर्तन और पूजा-अर्चना हो रही है। कोरोना संकट की वजह से इस बार मंदिरों में भीड़ नहीं देखी जा रही है लेकिन फिर भी शिवभक्त अपनी-अपनी तरह से अपने प्रभु की आज पूजा कर रहे हैं।
बेहद खास है आज का सोमवार
सावन शिव का प्रिय महीना कहा जाता है और इस बार तो सावन में 5 सोमवार पड़े, ये सावन सोमवार को ही शुरू हुआ था और आज सोमवार को ही खत्म भी हो रहा है, ऐसे में इस बार के सावन का महत्व बहुत ज्यादा बढ़ गया है, 5 सोमवार शिव के 5 मुख माने गए हैं और आज पूर्णिमा भी है, ऐसे में आज के दिन भोलेनाथ की पूजा करने से इंसान के सारे कष्टों का अंत हो जाएगा।
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करें शिव पूजा, दूर हो जाएंगी सारी परेशानियां
कहते हैं कि श्रावनमास के इस अंतिम सोमवार के दिन भगवान शिव की पूजा-अर्चना करने से इंसान की सारी आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती हैं, वो मालामाल हो जाता है। जीवन की सारी बाधाएं दूर हो जाती हैं, पति-पत्नी के बीच प्रेम पनपता है और इस व्रत को करने वालों को जीवन के किसी भी क्षेत्र में बाधा नहीं आती क्योंकि महादेव हर वक्त अपने भक्त की रक्षा करते हैं।
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महाकाल मंदिर में हुई 'भस्म आरती'
सावन के अंतिम सोमवार पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में खास भस्म आरती हुई, इस आरती के पीछे कारण ये माना जाता है कि इंसान मृत्यु के बाद भस्म यानी राख में मिल जाता है और भस्म के जरिए वो शिव से जुड़ा रह सकता है, राख को हमेशा पवित्र माना जाता है इसलिए भस्म की आरती के बाद यहां पर लोग राखी का टीका लगाते हैं।
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इन मंत्रों से कीजिए पूजा
- ॐ नमः शिवाय नागेंद्रहाराय त्रिलोचनाय भस्मांग रागाय महेश्वरायनित्याय शुद्धाय दिगंबराय तस्मे न काराय नम: शिवाय:॥
- मंदाकिनी सलिल चंदन चर्चिताय नंदीश्वर प्रमथनाथ महेश्वरायमंदारपुष्प बहुपुष्प सुपूजिताय तस्मे म काराय नम: शिवाय:॥
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