Kumbh Sankranti 2021: कुंभ संक्रांति आज, इन मंत्रों से कीजिए सूर्य देव को प्रसन्न
Kumbh Sankranti 2021: Date, time, significance and Surya Mantra for Puja: नई दिल्ली। आज पूरे उत्तर भारत में कुंभ संक्रांति मनाई जा रही है।आज के दिन सूर्यदेव कुंभ राशि में गोचर करते हैं, जिससे ग्रहों में परिवर्तन होता है। बता दें कि 14 मार्च तक सूर्यदेव अब कुंभ राशि में ही रहेंगे और उसके बाद वो मकर राशि में गोचर करेंगे। ये भी कहा जाता है कि आज पवित्र नदियों में सभी देवी-देवता वास करते हैं, इसी वजह से लोग कुंभ संक्रांति पर नदियों में स्नान करते हैं। लोग आज के दिन भगवान भास्कर विशेष पूजा करते हैं तो कुछ जगहों पर घाटों के किनारे सूरज भगवान की विशेष पूजा की जाती है,कहते हैं ऐसा करने से मोक्ष की प्राप्ति होती है।
कुंभ संक्रांति का शुभ मुहूर्त
- कुंभ संक्रांति का मुहूर्त- 12 फरवरी,दोपहर 12 बजकर 35 मिनट से लेकर शाम 6 बजकर 9 मिनट तक।
- पुण्य काल- शाम 04 बजकर 18 मिनट से शाम 06 बजकर 09 मिनट तक।
- समापन- रात 9 बजकर 27 मिनट पर।
भगवान सूर्य को प्रसन्न करने के लिए मंत्र
- ॐ सूर्याय नम: ।
- ॐ भास्कराय नम:।
- ॐ रवये नम: ।
- ॐ मित्राय नम: ।
- ॐ भानवे नम: ।
- ॐ खगय नम: ।
- ॐ पुष्णे नम: ।
- ॐ मारिचाये नम: ।
- ॐ आदित्याय नम: ।
- ॐ सावित्रे नम: ।
- ॐ आर्काय नम: ।
- ॐ हिरण्यगर्भाय नम: ।
सूर्य को अर्घ्य देने के लाभ
आपको बता दें कि सूर्य यानी भगवान भास्कर साक्षात सृष्टि का प्रतीक है। पृथ्वी पर जो कुछ भी जीवित है, वह सूर्य की ऊर्जा के कारण। वास्तु शास्त्र में भी सूर्य की महती भूमिका है। तांबे के पात्र में जल एक चुटकी रोली, चन्दन, हल्दी, अक्षत व लाल पुष्प डालकर गायत्री मन्त्र का उच्चारण करते हुये सूर्य देव को प्रतिदिन 12 लोटा जल दें। सूर्य को नियमित जल देने से प्रतिष्ठा, सरकारी पद, समाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि होती है। जो कोई भी जातक भगवान सू्र्य की पूजा सच्चे मन से करता है, उसके शौर्य, पराक्रम और शक्ति में दोगुना इजाफा होता है और उसके शुत्रुओं का नाश होता है। वो हमेशा ऊर्जावान रहता है और उसके सारे कष्टों का अंत होता है।
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