श्रीफल के ये चमत्कारिक प्रयोग खोलेंगे किस्मत का दरवाजा
नई दिल्ली। श्रीफल यानी नारियल का हिंदू पूजा पद्धति में विशिष्ट स्थान है। श्रीफल के बिना पूजा अधूरी रहती है। इसे पूजा में रखने का उद्देश्य यही है कि पूजा का पूर्ण शुभ फल प्राप्त हो। क्या आप जानते हैं श्रीफल के कई चमत्कारिक प्रयोग भी हैं जो धन, सुख, सम्मान, तरक्की, रोग मुक्ति देने में सहायक होते हैं। आइए जानते हैं वे प्रयोग :
बिजनेस में प्रॉफिट के लिए
यदि आपके बिजनेस में लगातार घाटा हो रहा है। काम का विस्तार नहीं हो पा रहा है तो गुरुवार को एक नारियल लेकर उसे सवा मीटर पीले रेशमी कपड़े में लपेटें। साथ में एक जनेऊ का जोड़ा और सवा पाव पीली मिठाई रखकर किसी विष्णु मंदिर में अर्पित करें और अपने बिजनेस में तरक्की की कामना करें। जल्द ही आपके व्यापार में वृद्धि होने लगेगी। आर्थिक स्थिति में सुधार होगा।
सफलता प्राप्ति के लिए
कई लोग जी तोड़ मेहनत करते हैं लेकिन सफलता उन्हें छू तक नहीं पाती। यदि आपके साथ भी ऐसा ही कुछ हो रहा है तो लाल रंग के सूती कपड़े में एक नारियल लपेट लें। अपनी इच्छित कामना आंख बंद कर उस नारियल के सामने बोलें और इसे चुपचाप जाकर बहते पानी में प्रवाहित कर दें। कुछ ही समय में आप देखेंगे कि जिन कार्यों में आपको अब तक असफलता मिल रही थी वे ही अब सफल हो रहे हैं।
कर्ज मुक्ति के लिए
चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर एक नारियल पर स्वस्तिक बनाएं। इसके साथ बेसन के लड्डू या गुड़-चना रखकर हनुमान मंदिर में भेंट कर दें। यदि आपके घर में मंगल यंत्र है तो हनुमानजी पर लगा हुआ सिंदूर ले जाकर उस यंत्र पर लगाएं। साथ में ऋणमोचक मंगल स्तोत्र का नियमित पाठ करें। जल्द कर्ज मुक्ति का रास्ता बनेगा।
धन संग्रहण के लिए
यदि आपके पास धन का संचय नहीं हो पा रहा है तो प्रत्येक शुक्रवार को लक्ष्मी मंदिर में एक नारियल, गुलाब या कमल का फूल, सवा मीटर गुलाबी या सफेद कपड़ा, सफेद मिठाई अर्पित करें। इसके बाद देसी घी और कपूर से माता की आरती करें और वहीं बैठकर श्रीसूक्त या कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। जल्द ही धन का संग्रहण बढ़ने लगेगा। बेवजह के खर्चों में कमी आएगी।
रोग मुक्ति के लिए
एक साबुत नारियल को बीमार व्यक्ति के ऊपर से 21 बार उसारकर किसी मंदिर में जल रही धूनी में डाल दें। ऐसा पांच शनिवार या मंगलवार करने से शीघ्र रोग मुक्ति होती है।
बुरे
ग्रह
की
पीड़ा
शांत
करने
के
लिए
शनि,
राहु,
केतु
या
अन्य
कोई
भी
ग्रह
पीड़ा
दे
रहा
हो
तो
शनिवार
के
दिन
एक
जटा
वाला
नारियल
काले
कपड़े
में
लपेटें।
इसमें
100
ग्राम
काले
तिल,
100
ग्राम
उड़द
की
दाल
तथा
1
कील
के
साथ
बहते
जल
में
प्रवाहित
करें।
इससे
ग्रहों
की
पीड़ा
खासकर
शनि
की
शांत
होती
है।
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