Janmashtami 2019: भगवान कृष्ण के बारे में क्या ये बातें आप जानते हैं?
नई दिल्ली। भाद्रपद माह के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि 23 अगस्त को है, इस दिन भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाता है, ग्रेगोरियन कैलेंडर के मुताबिक कृष्ण जन्माष्टमी हर साल अगस्त या सितंबर महीने में आती है, तिथि के हिसाब से जन्माष्टमी 23 अगस्त को मनाई जाएगी, वहीं, रोहिणी नक्षत्र को प्रधानता देने वाले लोग 24 अगस्त को जन्माष्टमी मना सकते हैं।
चलिए भगवान श्रीकृष्ण के जन्मदिवस पर जानते हैं उनके बारे में कुछ अनोखी बातें..
शेषनाग के अवतार थे बलराम
रोहिणी के पुत्र का नाम बलराम था जो कि शेषनाग के अवतार थे। बलराम का जन्म अष्टमी के दो दिन पहले अर्थात छठ के दिन मनाया जाता है, जिसे कि 'ललई छठ' के रूप में देश में मनाया जाता है।
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महाभारत, पुराणों या भागवत कहीं भी राधा का जिक्र नहीं
- हर कोई जानता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने सिर्फ राधा से ही प्रेम किया है लेकिन फिर भी महाभारत, पुराणों या भागवत कहीं भी राधा का जिक्र नहीं है।
- राधा बरसाना की रहने वाली थीं, ऐसा कहानियों में वर्णित है लेकिन नंदगोपाल की यह सखि उनकी हमजोली नहीं बल्कि उम्र में उनसे बड़ी थीं।
- भगवान श्री कृष्ण के धनुष का नाम शारंग और अस्त्र का नाम सुदर्शन चक्र था।
- भगवान श्री कृष्ण की गदा का नाम कौमोदकी और शंख को पांचजन्य कहते थे।
- श्री कृष्ण एक ऐतिहासिक पुरुष हुए हैं, इसका स्पष्ट प्रमाण हमें छान्दोग्य उपनिषेद के एक उल्लेख में मिलता है।
- वृंदावन की कथाओं में कालिया नाग, गोवर्धन, रासलीला और महारास वाली कथाएं अधिक प्रसिद्ध हैं।
- श्रीकृष्ण ने यमुना को कालिया नाग से मुक्त-शुद्ध किया था। यमुना, गंगा, सरस्वती नदियों को क्रमशः कर्म, भक्ति और ज्ञान की प्रतीक माना गया है।
भगवान श्री कृष्ण की गदा का नाम कौमोदकी है...
कर्म, भक्ति और ज्ञान
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