Janmashtami 2019: बेंगलुरु में यशोदानंदन के लिए 20 लाख की ज्वैलरी, 3 लाख के वस्त्र, 36 घंटे चलेगा जन्मोत्सव
नई दिल्ली। आज पूरे देश में जन्माष्टमी धूम-धाम से मनायी जा रही हैं, कहीं झांकियां सजाई गईं हैं तो कहीं पर दही-हांडी का आयोजन किया गया है। पूरा देश वासुदेवनंदन की भक्ति में रमा हुआ है। श्रीकृष्ण जन्मोत्वस के मौके पर मंदिरों को दुल्हन की तरह सजाया गया है, चारों ओर श्रीकृष्ण मंदिरों में भव्य नजारा देखने को मिल रहा है।
यशोदानंदन के लिए 20 लाख की ज्वैलरी
बेंगलुरु के ISKCON टेंपल में श्रीकृष्ण जन्मोत्सव पर भक्तों की भारी भीड़ है, कृष्ण जन्माष्टमी उत्सव के लिए करीब 20 लाख रुपये की ज्वैलरी तैयार कराई गई है तो वहीं यहां श्रीकृष्ण को तीन लाख रुपये की पोशाक पहनाई जाएगी, यहां पर लगातार 36 घंटे कान्हा का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
यह पढ़ें: गोकुल जन्माष्टमी आज, प्रियजनों को भेजें ये शुभकामना संदेश
|
खास बातें
- ISKCON का पूरा नाम International Society for Krishna Consciousness है जिसे हिंदी में अंतर्राष्ट्रीय कृष्णभावनामृत संघ या इस्कान कहते हैं।
- इस्कान मंदिर की स्थापना श्रीमूर्ति श्री अभयचरणारविन्द भक्तिवेदांत स्वामी प्रभुपादजी ने सन् 1966 में न्यूयॉर्क सिटी में की थी।
- स्वामी प्रभुपादजी नें पूरे विश्व में भगवान कृष्ण के संदेश को पहुंचाने के लिए इस मंदिर की स्थापना की थी।
- मात्र 55 बरस की उम्र में संन्यास लेकर पूरे विश्व में स्वामी जी ने हरे रामा हरे कृष्णा का प्रचार किया।
- जिसके कारण मात्र दस वर्ष के अल्प समय में ही समूचे विश्व में 108 मंदिरों का निर्माण हो चुका था।
- इस समय पूरे विश्व में करीब 400 इस्कान मंदिर हैं।
- बैंगलोर का इस्कान मंदिर दुनिया का सबसे बड़ा इस्कान मंदिर हैं।
- तामसिक भोजन त्यागना होगा (प्याज, लहसुन, मांस, मदिरा से दूर)
- अनैतिक आचरण से दूर रहना (इसके तहत जुआ, पब, वेश्यालय जैसे स्थानों पर जाना वर्जित है)
- एक घंटा शास्त्राध्ययन (इसमें गीता और भारतीय धर्म-इतिहास से जुड़े शास्त्रों का अध्ययन करना होता है)
पूरे विश्व में करीब 400 इस्कान मंदिर
मंदिर के नियम
यह पढ़ें: Janmashtami 2019: जन्माष्टमी पर कुछ इस तरह से सजाएं घर और पूजा स्थल को