Janmashtami 2018: बिना राधे के श्रीकृष्ण अधूरे, जानिए राधे-कृष्ण का असल मतलब?
नई दिल्ली। इस बार 3 सितंबर को गोकुल जन्माष्टमी का त्योहार है, पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग तरह की तैयारियां चल रही हैं। कहीं इस दिन रासलीला का आयोजन होता है तो कहीं इस दिन झांकियां सजायी जाती हैं लेकिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा बिना 'राधा' के पूरी नहीं होती है, इसलिए हर मंदिर और पूजा स्थलों में 'राधे-कृष्ण' के जयकारे लगते हैं।
आखिर 'राधे-कृष्ण' का मतलब क्या होता हैय़
लेकिन क्या आपको पता है कि आखिर 'राधे-कृष्ण' का मतलब क्या होता है, हो सकता है कि ये केवल आपके लिए नाम हो लेकिन नहीं इस नाम में ही जीवन का अलौकिक सच छुपा हुआ है।
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मतलब रास्ता दीजिये...
- राधे ( Radhe) का मतलब होता है: राह+ दे= मतलब रास्ता दीजिये (give me direction)
- Krishna शब्द बना है KRU+ Shan Kru का मतलब हिंदी में होता है ultimate अर्थात 'परम' shan का मतलब हिंदी में होता है happiness अर्थात 'खुशी'
'परम सुख और आंनद वाला रास्ता'
मतलब ये हुआ कि राधे-कृष्ण (Radhe Krishna) का सही अर्थ हुआ 'मुझे परम सुख और आंनद वाला रास्ता दीजिये' ( Give me Direction for ultimate happiness)
खास बातें....
आपको बता दें कि कृष्ण के साथ, राधा को सर्वोच्च देवी स्वीकार किया जाता है और यह कहा जाता है कि वह अपने प्रेम से कृष्ण को नियंत्रित करती हैं। यह माना जाता है कि कृष्ण संसार को मोहित करते हैं, लेकिन राधा उन्हें भी मोहित कर लेती हैं। इसलिए वो ही सर्वोच्च देवी हैं।
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