Guru Nanak के ये विचार बदल सकते हैं आपकी जिंदगी
नई दिल्ली। देश-दुनिया में आज पूरे हर्षोल्लास के साथ गुरु नानक जयंती मनायी जा रही है। यूं तो गुरु नानक देव सिखों के पहले गुरु थे और उन्होंने इस समुदाय के लिए काफी काम किया है लेकिन आप में से बहुत कम लोग जानते होंगे कि नानक समाज ने हिंदू समाज के लिए भी काफी कुछ किया है। ये नानक ही थे जिन्होंने वेदान्त दर्शन को वे उच्चतम ऊंचाइयों तक पहुंचाया था। 1521 तक गुरु नानक देव ने तीन यात्राचक्र पूरे किए, जिनमें उन्होंने भारत, अफगानिस्तान, फारस और अरब के मुख्य मुख्य स्थानों का भ्रमण किया। इन यात्राओं को पंजाबी में 'उदासियां' कहा जाता है। इन यात्राओं के दौरान गुरु नानक ने हिंदुओं सहित सभी धर्मों के लोगों के जीवन में परिवर्तन किए थे।
चलिए जानते हैं नानक के अनमोल विचार को, जो बदल सकते हैं आपकी जिंदगी
गुरू पर्व की देश में धूम
- प्रभु के लिए खुशियों के गीत गाओ, प्रभु के नाम की सेवा करो, और उसके सेवकों के सेवक बन जाओ।
- उसकी चमक से सब-कुछ प्रकाशमान है।
भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं
- दुनिया में किसी भी व्यक्ति को भ्रम में नहीं रहना चाहिए, बिना गुरु के कोई भी दूसरे किनारे तक नहीं जा सकता है।
- भगवान एक है, लेकिन उसके कई रूप हैं, वो सभी का निर्माणकर्ता है और वो खुद मनुष्य का रूप लेता है।
- अज्ञानता के कारण रस्सी सांप की तरह प्रतीत होती है। स्वयं की अज्ञानता के कारण क्षणिक स्थिति भी स्वयं का व्यक्तिगत, सीमित, अभूतपूर्व स्वरूप प्रतीत होती है।
- गुरु नानक ने कहा है कि कभी किसी का हक नहीं छिनना चाहिए। जो दूसरों का हक छिनता है, उसे कभी सम्मान नहीं मिलता है। हमेशा जरुरतमंद की मदद करें इसके साथ ही ईमानदार रहे।
अज्ञानता के कारण रस्सी सांप की तरह प्रतीत होती है
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