Buddha Purnima 2018: महत्व, तिथि, शुभ मुहूर्त और पूजन विधि
नई दिल्ली। इस बार 30 अप्रैल को बुद्ध पूर्णिमा का त्योहार है, इस दिन भगवान बुद्द का जन्मदिवस है। वैदिक ग्रंथों के अनुसार भगवान बुद्ध नारायण के अवतार हैं, उन्होंने 2500 साल पहले धरती पर लोगों को अहिंसा और दया का ज्ञान दिया था। बुद्ध पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा भी कहते हैं क्योंकि यह वैशाख महीने की पूर्णमासी को आता है। पूर्णिमा के दिन ही भगवान गौतम बुद्ध का महापरिनिर्वाण समारोह भी मनाया जाता है।
शुभ मुहूर्त
- पूर्णिमा तिथि आरंभ: 29 अप्रैल 2018 को सुबह 06:37 AM से शुरू
- तिथि समाप्त: 30 अप्रैल 2018 को सुबह 06:27 AM पर
- हिन्दू धर्म में कोई भी त्योहार उदया तिथि में मनाई जाती है, इसलिए बुद्ध पूर्णिमा भी 30 अप्रैल 2018 को मनाई जाएगी।
- अनीश्वरवाद: बुद्ध के अनुसार दुनिया प्रतीत्यसमुत्पाद के नियम पर चलती है। प्रतीत्यसमुत्पाद अर्थात कारण-कार्य की श्रृंखला। इस ब्रह्मांड को कोई चलाने वाला नहीं है।
- अनात्मवाद: इसका मतलब नहीं कि सच में ही 'आत्मा' नहीं है। जिसे लोग आत्मा समझते हैं, वो चेतना का अविच्छिन्न प्रवाह है।
- क्षणिकवाद: इस ब्रह्मांड में सब कुछ क्षणिक और नश्वर है। कुछ भी स्थायी नहीं। सब कुछ परिवर्तनशील है।
सत्य विनायक पूर्णिमा
भगवान बुद्ध दुनिया के सबसे महान महापुरुषों में से एक हैं। हिन्दू धर्मावलंबियों के लिए बुद्ध विष्णु के नौवें अवतार हैं। अतः हिन्दुओं के लिए भी यह दिन पवित्र माना जाता है। यही नहीं इसी दिन भगवान बुद्ध ने मोक्ष प्राप्त किया था, इस दिन को लोग सत्य विनायक पूर्णिमा के तौर पर भी मनाते हैं।
धर्मराज गुरु की पूजा
बताया जाता है कि इस दिन सच्चे मन से व्रत करने से गरीबी दूर होती है और घर में सुख समृद्धि आती है, इस दिन कई धर्मराज गुरु की पूजा भी करते हैं।
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