अक्षय तृतीया: पीपल के पेड़ से मिलेगा सारी समस्याओं से छुटकारा
नई दिल्ली। अक्षय पुण्यदायी फल देने वाली वैशाख माह के शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि अक्षय तृतीया भगवान विष्णु का प्रिय दिन है। यदि आपके जीवन में कुछ भी ठीक नहीं चल रहा है और तमाम उपाय करके हार गए हैं तो एक बार अक्षय तृतीया पर पीपल के पेड़ से जुड़े इन उपायों को कर लेंगे तो आप स्वयं इसके चमत्कारों को मान जाएंगे।
आइए जानते हैं वे कौन से उपाय हैं....
भगवान विष्णु
7 मई को आ रही अक्षय तृतीया के दिन भगवान विष्णु से जुड़े उपायों में पीपल के पेड़ से जुड़े उपाय भी हैं। इस दिन पीपल की पूजा इसलिए की जाती है क्योंकि पीपल में साक्षात भगवान विष्णु का वास होता है। श्रीमद्भगवदगीता में भगवान कृष्ण कहते हैं वृक्षों में मैं पीपल हूं। इसी बात से इस वृक्ष की पवित्रता और चमत्कारों का अंदाजा लगाया जा सकता है।
धन संबंधी समस्या
आर्थिक संकट दूर करने के लिए अक्षय तृतीया के दिन प्रात:काल सूर्योदय से पूर्व स्नान करें और शुद्ध सफेद सूती बिना सिले वस्त्र पहनकर पीपल के पेड़ की 108 परिक्रमा करते हुए जल अर्पित करें। जल अर्पित करते समय ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप करते रहें। 108 परिक्रमा पूर्ण होने के बाद पेड़ के तने पर अष्टगंध-चंदन से स्वस्तिक बनाएं और 'श्रीं" लिखें। इसके बाद पेड़ के पांच साफ-सुथरे, बिना कटे-फटे पत्ते लेकर उन पर अष्टगंध से श्रीं लिखें और इन्हें अपने घर ले आएं। इन पत्तों को पूरे दिन घर में अपने पूजा स्थान में रखे रहें और अक्षय तृतीया के अगले दिन प्रात:काल इन्हें जल में विसर्जित कर दें। इससे आर्थिक कार्यों में आ रही बाधाएं दूर हो जाती हैं और पैसों की आवक बढ़ती है।
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व्यापार के लिए
यदि बिजनेस ठीक से नहीं चल पा रहा हो। बार-बार बिजनेस बदलने की नौबत आ रही है तो अक्षय तृतीया के दिन पीपल के पेड़ में एक लोटा कच्चा दूध अर्पित करें और उसकी जड़ में से थोड़ी सी मिट्टी निकालकर ले आएं। इस मिट्टी का केसर से पूजन करें और महालक्ष्मी के मंत्र ऊं महालक्ष्म्यै नम: का सात माला कमलगट्टे की माला से जाप करके मिट्टी को लाल कपड़े में बांधकर व्यापार स्थल के गल्ले या तिजोरी में रख दें। कुछ ही दिनों में बिजनेस में प्रॉफिट दिखाई देने लगेगा।
वैवाहिक समस्या के लिए
कई युवक-युवतियों के विवाह में बाधा आती है। उनका विवाह नहीं हो पाता। यदि आपके साथ भी ऐसा कुछ हो रहा है तो अक्षय तृतीया के दिन पीपल के पेड़ के नीचे शिवलिंग रखकर उनका केसर के दूध से अभिषेक करें। जिन लोगों के दांपत्य जीवन में परेशानी आ रही है। पति-पत्नी के बीच अनबन रहती हो तो उन्हें भी यह प्रयोग करना चाहिए। इससे उनके दांपत्य जीवन में मधुरता आएगी।
स्वास्थ्य लाभ के लिए
बीमारी यदि किसी के घर में एक बार आ जाए तो आसानी से पीछा नहीं छोड़ती। अक्षय तृतीया के दिन पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर महामृत्युंजय मंत्र के सवा लाख जाप रूद्राक्ष की माला से करने पर रोगों से मुक्ति मिलती है। बीमारियों पर होने वाला खर्च रूक जाता है। रोगी के नाम से यह जप कोई भी परिजन कर सकता है।
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