Akshaya Tritiya 2020: लॉकडाउन में घर में कैसे करें अक्षय तृतीया की पूजा
नई दिल्ली। इन दिनों देशभर में कोरोना वायरस के कारण लॉकडाउन चल रहा है, जो 3 मई तक जारी रहेगा। इसमें सभी लोग अपने-अपने घरों में ही हैं, बाहर निकलने की अनुमति किसी को भी नहीं है। यह समय अनेक प्रकार के व्रत-त्योहार-पर्वों का समय भी है। ऐसे में सवाल यह उठता है कि आखिर घर के भीतर रहते हुए ये त्योहार या पर्व कैसे मनाएं। परेशान होने की आवश्यकता नहीं है, घरों में उपलब्ध संसाधनों से ही पूजा की जा सकती है।
26 अप्रैल को अक्षय तृतीया है
26 अप्रैल को अक्षय तृतीया आ रही है। यह दिन अक्षय पुण्य फल प्राप्त करने का दिन होता है। कहा जाता है इस दिन किए गए दान का अनंत गुना फल प्राप्त होता है। अक्षय तृतीया के दिन एक मिट्टी के कलश के ऊपर आम के पत्ते लगाकर उस पर खरबूजा रखकर पूजा करने और उसका दान किसी ब्राह्मण को करने का विधान है, लेकिन यह अक्षय तृतीया घर के भीतर ही मनाना है, इसलिए ना तो आपको मिट्टी का कलश मिल सकेगा और ना ही खरबूजा। ऐसे में किस तरह करें पूजा आइए जानते हैं।
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ऐसे करें अक्षय तृतीया पूजा
26 अप्रैल को तृतीया तिथि दोपहर 1 बजकर 52 मिनट तक रहेगी। इसलिए पूजन इससे पहले ही करना आवश्यक रहेगा। अक्षय तृतीया का पूजन करने के लिए प्रात: स्नानादि से निवृत्त होकर अपने घर के पूजा स्थान में एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं। इस पर कुमकुम-हल्दी से स्वस्तिक बनाकर उस पर एक तांबे या आपके घर में जिस भी धातु का कलश (लोटा) हो, स्थापित करें। उसमें चावल या शक्कर भरें। यदि घर में श्रीफल उपलब्ध हो तो उसे कलश के ऊपर स्थापित करें।
कलश किसी योग्य ब्राह्मण को दान करें...
श्रीफल ना होने की स्थिति में कलश का मुंह पर पूजा की सुपारी और सिक्का रखें। कलश पर स्वस्तिक बनाकर उसकी गर्दन में मौली बांधें। कलश के आसपास घर में उपलब्ध सोने-चांदी के आभूषण रखें और सभी का विधिवत पूजन करें। पूजन संपन्न् हो जाने के बाद संकल्प करें कि परिवार की सुख-समृद्धि और धन-धान्य से भंडार भरे रखने के निमित्त यह कलश आप किसी ब्राह्मण को दान देंगे। जब लॉकडाउन खुल जाए तब यह कलश किसी योग्य ब्राह्मण को दान करें। इस दिन घर में हलवा या केसरिया भात का भोग बनाएं और नैवेद्य के रूप में भगवान को अर्पित करें।
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