Akshaya Tritiya 2019: अक्षय तृतीया 7 को, जानिए सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त
लखनऊ। सूर्य के मेष राशि में गोचर करते ही खरामास समाप्त हो जाता है और अच्छे दिनों की शुरूआत हो जाती है। जैसे वैवाहिक कार्यक्रम, मुण्डन, उपनयन संस्कार आदि माॅगलिक कार्य प्रारम्भ हो जाते है। इसी समय अक्षय तृतीया का पर्व भी पड़ता है। अक्षय तृतीया पर कुछ भी खरीदना अत्यन्त शुभ व फलदायी माना जाता है। हिन्दू शादियों में आभूषणों का विशेष क्रेज है। अतः इस समय सोने व चाॅदी के आभूषणों की विक्री अधिक होती है। एक प्रकार से यह आभूषणों के विक्रेताओं की व्यापारिक सहालग है, शायद इसलिए यह परम्परा पड़ गई कि आज के दिन सोना या चाॅदी से बनी वस्तुओं को खरीदनें का विशेष लाभ होता है। आज के दिन खरीदे गये आभूषणों से वैवाहिक जीवन में मधुरता बनी रहती है।
अक्षय तृतीया
अक्षय तृतीया का शाब्दिक अर्थ है कि जिस तिथि का कभी क्षय न हो अथवा कभी नाश न हो, जो अविनाशी हो। भविष्य पुराण के अनुसार इस तिथि की युगादि तिथियों में गणना होती है, ऐसी मान्यता है कि इसी तिथि से सतयुग और ते्रतायुग का प्रारम्भ हुआ था। इस तिथि को अगर कृतिका या रोहिणी नक्षत्र हो और बुधवार या सोमवार दिन हो तो प्रशस्त माना गया है। कोई भी शुभ कार्य करने के लिए पवित्र मानी जाने वाली अक्षय तृतीया पर्व हिन्दू श्रद्धालू उपवास और दान आदि कर्म फल को अक्षय मानते है। इस बार 07 मई दिन मंगलवार को कृतिका नक्षत्र में एंव सौभाग्य योग में अक्षय तृतीया पड़ रही है।
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अक्षय तृतीया पर्व तिथि व मुहूर्त 2019
7 मई दिन मंगलवार को अक्षय तृतीया पूजा मुहूर्त सुबह 06ः40 से 12ः26 बजे तक।
सोना खरीदने के लिए शुभ मुहूर्त
7 मई मंगलवार को सुबह 06.26 बजे से रात्रि 11: 47 मि0 तक
किस योग में क्या खरीदना चाहिए
अमृत सिद्धि योग में सोने, चांदी व पीतल के आभूषण खरीदना शुभ होता है। सर्वार्थसिद्धि योग में वाहन, टीवी, फ्रिज, एसी, कूलर आदि इलेक्ट्रानिक समानों की खरीद्दारी करना लाभप्रद होता है। रविपुष्य योग में बर्तन, आभूषण एवं भवन व भूमि की खरीद्ना अत्यन्त शुभ होता है।
अक्षय तृतीया के दिन पुण्यकारी उपाय
- धन की बरकत चाहते हैं तो इस दिन सोने या चांदी की लक्ष्मी की चरण पादुका लाकर घर में रखें और इसकी नियमित पूजा करें।
- अक्षय तृतीया के दिन 11 कौड़ियों को लाल कपडे में बांधकर पूजा स्थान में रखने से आर्थिक स्थिति अच्छी बनी रहती है।
- पितृदोष की शान्ति के लिए आज के दिन जल कलश, पंखा, खड़ाऊं, छाता, सत्तू, ककड़ी, खरबूजा, फल, शक्कर, घी आदि ब्राह्मण को दान करने चाहिए।
- इस दिन गौ, भूमि, तिल, स्वर्ण, घी, वस्त्र, धान्य, गुड़, चांदी, नमक, शहद का मन्दिर में दान करने से घर में बरक्कत बनी रहती है।
- यदि किसी कन्या के विवाह में इस दिन दान किया जाये तो अक्षय पुण्य मिलता है।
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