युवाओं को रोजगार देने के लिए 26 अप्रैल से कैंप लगाएगी योगी सरकार, शिक्षकों को समय पर मिलेगा वेतन और एरियर
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अगले साल राज्य विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। इससे पहले योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार युवाओं और छात्रों को रिझाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ रही। चुनावी मोड में आ चुकी उत्तर प्रदेश सरकार हर वर्ग को खुश करने में लगी है। एक तरफ रोजगार की चाहत में मेहनत कर रहे युवाओं के लिए नोकरी के रास्ते खोल रही है तो दूसरी तरफ सरकारी कर्मचारियों को सुविधा और किसानों को तमाम कल्याणकारी योजनाओं के तोहफे देकर उनका वोट बैंक भी पक्का करने में जुटी है। इसी क्रम में सूबे की सरकार 50 हजार युवाओं को रोजगार देने की तैयारी में है। कैंप लगाकर युवाओं को रोजगार देने की मुहिम जल्दी ही शुरू की जाएगी। युवाओं को नौकरी देने के लिए 26 अप्रैल से कैंप लगाकर रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। सात ही यूपी में 1390 पदों पर भर्ती का रास्ता भी साफ हो गया है। वहीं समय पर वेतन और एरियर नहीं मिल पाने की शिक्षकों की परेशानी भी योगी सरकार नये शैक्षणिक सत्र से दूर होने जा रही है। दरअसल अब सभी जिलों में शिक्षकों के लिये पे रोल मॉडयूल लागू किया जा रहा है। इससे सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को न सिर्फ समय पर वेतन मिल सकेगा, बल्कि छुट्टी में होने वाले खेल से भी निजात मिल सकेगी।
सीएम योगी आदित्यनाथ प्रदेश में युवाओं को रोजगार दिलाने और उनको आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं। इसी क्रम में सूबे की सरकार 50 हजार युवाओं को रोजगार देने की तैयारी में है। कैंप लगाकर युवाओं को रोजगार देने की मुहिम जल्दी ही शुरू की जाएगी। युवाओं को अप्रेन्टिस कराकर सरकार युवाओं को नौकरी देगी। नौकरी देने के लिए 26 अप्रैल से कैंप लगाकर रजिस्ट्रेशन कराया जाएगा। दरअसल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बीते साल के सितंबर में राज्य में युवाओं को रोजगार मुहैया कराने को लेकर एक बड़ा लक्ष्य तय किया था। ये लक्ष्य था राज्य के बेरोजगार युवाओं को नौकरी देना और उन्हें स्वरोजगार का अवसर प्रदान करना था। इसके लिए मुख्यमंत्री ने मिशन रोजगार अभियान की शुरुआत कर दी है।
प्रदेश के पांच लाख से ज्यादा शिक्षकों के लिये भी अच्छी खबर है। समय पर वेतन और एरियर नहीं मिल पाने की उनकी परेशानी योगी सरकार नये शैक्षणिक सत्र से दूर करने जा रही है। दरअसल अब सभी जिलों में शिक्षकों के लिये पे रोल मॉडयूल लागू किया जा रहा है। इससे सरकारी प्राइमरी स्कूलों के शिक्षकों को न सिर्फ समय पर वेतन मिल सकेगा, बल्कि छुट्टी में होने वाले खेल से भी निजात मिल सकेगी। फिलहाल यूपी के 200 ब्लॉकों में यह पे रोल मॉडयूल लागू किया जा रहा है। बाद में इसे सभी 822 ब्लॉको में लागू करने का फैसला लिया गय है। आमतौर पर शिक्षकों को वेतन महीने की पांच से 10 तारीख के बीच मिल पाता है। शिक्षकों को अभी तक फरवरी का वेतन नहीं मिल पाया है। आपको बता दें कि वेतन बनाने का काम खण्ड शिक्षा अधिकारी के स्तर पर होता है। शिक्षकों की उपस्थिति आदि के आधार पर बीईओ वेतन बिल वित्त व लेखाधिकारी के पास जमा करते हैं और इसके बाद ही वेतन जारी होता है। इसके अलावा ज्यादातर जगह बिना सुविधा शुल्क दिए छुट्टियां मंजूर नहीं होती और यदि शिक्षिका बिना मंजूरी के छुट्टी पर चली जाती है तो उसका वेतन काट लिया जाता है। लेकिन अब पे रोल मॉडयूल जारी होने के बाद उन्हें इससे निजात मिलेगी और यदि उनका वेतन कटा तो समय पर एरियर उनके खाते में आ जाएगा।
उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के 486 और सहायक सांख्यिकीय अधिकारी एवं सहायक शोध अधिकारी के 904 पद समेत कुल 1390 पदों पर भर्ती का रास्ता साफ कर दिया है। आयोग ने दोनों पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा कार्यक्रम जारी कर दिया है। सहायक बोरिंग टेक्नीशियन सामान्य चयन के लिए वर्ष 2019 में आवेदन लिए गए थे लेकिन इन पदों को भरने की लिखित परीक्षा आयोजित नहीं की जा सकी। आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने इन पदों को भरने के लिए लिखित परीक्षा कराने की अनुमति दे दी है। सहायक बोरिंग टेक्नीशियन के लिए लिखित परीक्षा 25 अप्रैल को आयोजित की जाएगी। इसी तरह साल 2019 में सहायक सांख्यिकीय अधिकारी एवं सहायक शोध अधिकारी सामान्य चयन के लिए आवेदन लिए गए थे। आयोग इन पदों को भरने के लिए लिखित परीक्षा 8 मई को कराएगा। आयोग के परीक्षा नियंत्रक दिनेश ने कहा है कि परीक्षा के प्रवेश पत्र जारी किए जाने के संबंध में अभ्यर्थियों को आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर जानकारी बाद में दी जाएगी।