हरियाणा: नए उद्योग-धंधों में बिजली कनेक्शन के लिए अब निगमों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी
चंडीगढ़। हरियाणा में बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास का कहना है कि, बिजली कनेक्शन के लिए अब निगमों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। पीके दास ने बताया कि, नए उद्योगों के लिए बिजली कनेक्शन में किसी तरह की देरी नहीं होगी। उन्होंने कहा कि, सरकार द्वारा दोनों निगमों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि वे 'ईज ऑफ डूइंग बिजनेस' के लिए सरकार के पोर्टल पर नये उद्योग के लिए होने वाले आवेदनों पर नियमित रूप से नजर रखें। इसके लिए दोनों निगम एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त कर सकते हैं।"
बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव का कार्यभार ग्रहण करते हुए पीके दास ने चारों बिजली निगमों हरियाणा विद्युत प्रसारण निगम लिमिटेड, हरियाणा बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड तथा दक्षिण एवं उत्तरी हरियाणा बिजली वितरण निगम के प्रबंध निदेशकों के साथ बैठक की। वहीं, उन्होंने कहा कि, नए उद्योग-धंधों में बिजली कनेक्शन के लिए अब निगमों के चक्कर काटने की जरूरत नहीं होगी। खुद निगमों के अधिकारी ही उद्यमियों से संपर्क करेंगे और उन्हें समय रहते बिजली कनेक्शन मुहैया कराएंगे। इतना ही नहीं, उद्यमियों के प्रस्तावित लोड के बारे में भी पहले ही पता किया जाएगा, जिससे उनकी जरूरत के हिसाब से ट्रांसफार्मर और बिजली लाइन का प्रबंध किया जा सके।
बिजली विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके दास ने आगे कहा कि, उपरोक्त दोनों वितरण निगमों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि नये कनेक्शन के लंबित आवेदनों को तुरंत निपटाया जाए। वह बोले कि, सूबे में बिजली की कमी नहीं है। अलबत्ता पावर के मामले में हरियाणा सरप्लस स्टेट है। इसी को ध्यान में रखते हुए दास ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि लंबित आवेदनों का निपटारा करके कनेक्शन जारी किए जाएं। इसका फायदा यह भी होगा कि कनेक्शन जारी होने के बाद प्रदेश के उद्योगों को अतिरिक्त बिजली आपूर्ति हो सकेगी। सरकार ने नए उद्योगों के लिए सिंगल रूफ सिस्टम लागू किया हुआ है।