भारत का सबसे बड़ा मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क गुजरात में बनेगा, सरकार ने अदाणी से किया करार
अहमदाबाद। गुजरात में भारत का सबसे बड़ा मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक पार्क स्थापित किया जाएगा। इसके लिए मुख्यमंत्री विजय रूपाणी की उपस्थिति में राज्य के उद्योग और खनन विभाग ने अदाणी पोर्ट्स एन्ड SEZ लिमिटेड के साथ साणंद में ऑटो-मोबाइल हब के नज़दीक विरोचननगर में 1450 एकड़ भूमि में लगभग 50,000 करोड़ रुपए के निवेश के साथ MoU को साइन किया है। इस मर्तबा मुख्यमंत्री रूपाणी ने कहा- 'यह पार्क डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर और सभी प्रमुख बंदरगाहों से सीधे जुड़ा होगा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'आत्मनिर्भर भारत' के विजन के अनुरूप है और गुजरात में व्यवसायों को विश्व के लिए और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगा। यह पार्क इस क्षेत्र में स्थित सबसे बड़े ऑटो हब और आगामी औद्योगिक क्षेत्रों को भी बेहतरीन कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।''
25 हजार से अधिक लोगों को रोजगार का दावा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पार्क 25 हजार से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार प्रदान करेगा। एक डेडिकेटेड एयर कार्गो कॉम्प्लेक्स के साथ यह पार्क राज्य के लोगों को सीधे हवाई, रेल और रोड कनेक्टिविटी प्रदान करेगा। राज्य सरकार की तरफ से इस MoU पर मुख्यमंत्री के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी और उद्योग वखनन विभाग के चीफ सेक्रेटरी श्री एम.के. दास और अदाणी पोर्ट्स एन्ड SEZ लिमिटेड के सीईओ करण अदाणी ने हस्ताक्षर किये।

90 लाख स्कॉयरफीट के एरिया में वेयरहाउस ज़ोन
मुख्यमंत्री के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी एम. के. दास ने इस विषय पर अधिक जानकारी देते हुए कहा कि, ''इस पार्क में स्थापित होनेवाले एयर कार्गो टर्मिनल में 4.6 किमी लंबा रन-वे होगा, जिसके कारण बड़े मालवाहक हवाईजहाजों को भी हैन्डल किया जा सकेगा औरसाथ ही यह लोकल एक्सपोर्ट और इम्पोर्ट मार्केट को वैश्विक मंच भी प्रदान करेगा।'' यहाँ पर 90 लाख स्कॉयरफीट के एरिया में वेयरहाउस ज़ोन विकसित किया जायेगा, जो एयर फ्रेट स्टेशन (4.5 मीट्रिक टन), ग्रेड-ए वेयरहाउस, कोल्ड स्टोरेज जैसी सुविधाओं से लैस होगा। इसके अलावा, इस पार्क में 3 लाख स्कॉयर फीट से अधिक रीटेल फुटप्रिंट के साथ शॉपिंग प्लाज़ा/ बिज़नेस सेन्टर की भी सुविधा होगी। लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र से संबंधित स्किल्ड मैनपॉवर की उपलब्धता को सुनिश्चित करने के लिए यहां डेडिकेटेड स्किल डेवलपमेन्ट सेन्टर भी स्थापित किया जाएगा।

इस पार्क की स्थापना से संबंधित सभी आवश्यक कानूनी अनुमतियाँ मिलने के बाद 6 महीने में इसका निर्माणकार्य शुरू कर दिया जाएगा और चरणबद्ध तरीके से2023 तकइस पूरे प्रोजेक्ट को पूरा कर लिया जाएगा। राज्य में औद्योगिक विकास की तीव्र गति को ध्यान में रखते हुए भविष्य की आवश्यकताओं के अनुरूप इस परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। इस पार्क में 38 लाख स्कॉयर फीट एरिया में टेक्सटाइल, बल्क,ई-कॉमर्स और बीटीएस सुविधाएं;9 लाख स्कॉयर फीट एरिया में बॉन्डेड वेयरहाउसेज़, 4 लाख स्कॉयर फीट में ग्रेड-ए पेलेटाईज़्ड फैसिलिटीज़ और 60,000 स्कॉयर फीट में टेम्प्रेचर और पैलेटाइज़्ड फैसिलिटीज़ होंगी।

कंटेनर यार्ड में 3.3 लाख मीट्रिक टन की क्षमता के साथ 4 हैंडलिंग लाइन TEU (Twenty-foot equivalent units) स्थापित की जाएंगी। इसके अलावा, 30 हजार कारों को हैंडल करने के लिए 4 लाख मीट्रिक टन की क्षमता वाला कार यार्ड, 1 लाख मीट्रिक टन का क्षमता वाला एग्री साइलो, 3.5 लाख किलो लीटर की क्षमता वाला POL टैंक फार्म और 1 लाख मीट्रिक टन की क्षमता वाला सीमेंट साइलो भी पार्क में स्थापित किए जाएंगे।
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राज्य के कॉम्प्रिहेन्सिव इन्डस्ट्रियल डेवलपमेन्ट में अहदाबाद का योगदान महत्वपूर्ण है और अहमदाबाद के नज़दीक स्थित साणंद में पिछले दो दशकों में बड़े पैमाने पर औद्योगिक विकास हुआ है और यह पूरा एरिया देश के ऑटोमोबाइल हब के रूप में ऊभरा है। इस मल्टी-मोडेल लॉजिस्टिक पार्क की स्थापना से सामाजिक-आर्थिक विकास के अनेक नये अवसर पैदा होंगे और राज्य में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजन भी होगा।