उत्तराखंड के शिक्षक वर्चुअली ले सकेंगे डॉक्टर से सलाह और उपचार, तीरथ सरकार ने शुरू की फ्री ई-कंसल्टेशन सुविधा
देहरादून। कोरोना विपत्ति के दौर में प्रदेश के प्राथमिक से माध्यमिक के करीब एक लाख शिक्षकों और उनके स्वजनों के लिए राहतभरी खबर। कोरोना संक्रमण से जूझ रहे शिक्षकों को स्वास्थ्य संबंधी सलाह और उपचार के लिए डाक्टर हाजिर होगा। शिक्षा के क्षेत्र में सक्रिय संस्था संपर्क फाउंडेशन ने शिक्षकों के लिए निशुल्क ई-कंसल्टेशन की सुविधा मुहैया कराई है।
शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम एवं संस्था के संस्थापक अध्यक्ष विनीत नायर ने संयुक्त रूप से सोमवार को वर्चुअली इस सेवा को शुरू किया। इस मौके पर शिक्षा सचिव आर मीनाक्षी सुंदरम ने कहा कि ई-कंसल्टेशन सुविधा का शिक्षकों को फायदा होगा। संस्था की ओर से शुरू की गई संपर्क टीचर हेल्थलाइन से शिक्षकों को कोरोना संक्रमण के भय से निजात मिलेगी। साथ में त्वरित ही चिकित्सक की सलाह उपलब्ध हो सकेगी। संस्था ने ई-कंसल्टेशन के लिए अपनी ओर से चिकित्सकों की टीम तैयार की है।
शिक्षकों को संस्था के संपर्क स्मार्ट शाला मोबाइल एप पर स्कूल के कोड के साथ पंजीकृत कराना होगा। इससे कोरोना की वजह से प्रदेश में परेशानहाल शिक्षकों को पांच सेवाएं मुफ्त मिलेंगी। वीडियो, फोन और एसएमएस के माध्यम से चिकित्सक की सलाह, मरीज और परिवार के सदस्यों को तनाव और चिंता प्रबंधन के लिए सहायता, कोरोना से रोकथाम व बचाव के लिए सलाह मिलेगी। इसके साथ ही राज्य के स्रोतों के माध्यम से अस्पतालों में बेड और आक्सीजन की जानकारी भी उपलब्ध कराई जाएगी।
कोरोना से संबंधित अपेडट संस्तुतियों और पोषण व शारीरिक अभ्यास क्रियाओं के बारे में शिक्षित किया जाएगा। संस्था के संस्थापक अध्यक्ष विनीत नायर ने कहा कि कुल छह राज्यों उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, हरियाणा, झारखंड व छत्तीसगढ़ के शिक्षकों के लिए यह सुविधा प्रारंभ की गई है। यह कोरोना संक्रमण से पीड़ित को त्वरित मदद मुहैया कराने में अहम भूमिका निभाएगी। ये हेल्थलाइन नंबर 91 8068172473 है। इस वर्चुअल कार्यक्रम का संचालन समग्र शिक्षा अभियान के अपर परियोजना निदेशक डा मुकुल कुमार सती ने किया।