जौनपुर, बलिया, गाजीपुर और प्रतापगढ़ में बनेगी बीएसएल टू लैब, कोरोना जांच में आएगी तेजी
लखनऊ। कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए योगी सरकार ने अपनी कमर कस ली है। प्रदेश में कोरोना की जांचों में तेजी से इजाफा किया जाए इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आला अधिकारियों को प्रदेश में रोजाना ढ़ाई लाख जांचें कराने के आदेश दिए हैं। प्रदेश के चार जनपदों जौनपुर, बलिया, गाजीपुर और प्रतापगढ़ में बीएसएल टू लैब को बनाया जाएगा। जिससे इन जिलों में कोरोना की जांच सुविधा से हो सकेगी और अन्य लैब का भार भी कम होगा। इन चार जनपदों में बीएसएल टू लैब की शुरूआत होने से आरटीपीसीआर टेस्ट तेजी से किए जा सकेंगे।
स्वास्थ्य महानिदेशक डॉ डीएस नेगी ने बताया कि विभाग की ओर से एक एक्सपर्ट कमेटी का गठन किया जिससे प्रदेश में कोरोना की रफ्तार पर लगाम लगाने और जांच, भर्ती प्रक्रिया को लेकर मुख्य बिन्दुओं पर चर्चा की गई। एक्सपर्ट कमेटी की बैठक में महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर विचार कर दो प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजे गए हैं। जिसमें कोरोना जांच, अस्पताल में भर्ती हल्के लक्ष्ण वाले रोगियों के मॉनिटरिंग कर एक हफ्ते पूरे होने के बाद कोई भी लक्ष्ण न दिखने पर व ऑक्सीजन, बीपी व कोई अन्य दिक्कत न होने पर उनकी छुट्टी कर उनको होम आइसोलेट करने का प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है।
कोरोना
के
लक्ष्ण
होने
पर
बिना
देरी
मिलेगा
इलाज
महानिदेशक
डीएस
नेगी
ने
बताया
कि
जिन
लोगों
को
कोविड
के
लक्ष्ण
हैं
पर
उनकी
कोरोना
की
रिपोर्ट
नहीं
आई
है
और
ब्लड
रिपोर्ट
में
कोरोना
पाया
गया
है
उन
लोगों
को
भी
जल्द
भर्ती
किया
जा
सके
इसके
लिए
भी
शासन
को
प्रस्ताव
बनाकर
भेजा
गया
है।
इसके
साथ
ही
उन्होंने
बताया
कि
जिन
लोगों
में
कोरोना
के
लक्ष्ण
दिख
रहे
हैं
उनकी
रिपोर्ट
आने
से
पहले
कोविड
की
दवाएं
दे
इलाज
शुरू
किया
जा
सके
जिससे
उनकी
हालत
गंभीर
न
हो
इसको
लेकर
भी
शासन
को
प्रस्ताव
बनाकर
भेजा
गया
है।
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