HC के फैसले पर बोली स्मृति ईरानी- बंगाल में चुनाव के बाद जैसी बर्बरता हुई, देश ने पहली बार देखा
बंगाल में चुनाव के बाद जैसी बर्बरता हुई, पहले नहीं देखी: ईरानी
कोलकाता, 21 जून: कलकत्ता हाईकोर्ट ने पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के बाद हिंसा को लेकर मिली शिकायतों की जांच करने और इस रिपोर्ट देने के लिए बीते हफ्ते राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) को आदेश दिया था। पश्चिम बंगाल सरकार ने याचिका दाखिल कर कहा था कि कोर्ट अपने आदेश पर पुनर्विचार करे और इसे वापस ले ले। सोमवार को कोलकाता हाईकोर्ट की पांच जजों की बेंच ने सुनवाई करते हुए पश्चिम बंगाल सरकार की याचिका को खारिज कर दिया है। कोर्ट के फैसले के बाद भाजपा नेता और केंद्र सरकार में मंत्री स्मृति ईरानी ने पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार पर कड़ा हमला बोला है।
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स्मृति ईरानी ने कोर्ट के फैसले के बाद कहा, मैं अदालत का आभार व्यक्त करती हूं। इससे उन लोगों का न्याय पर विश्वास बढ़ेगा, जिन्हें परेशान किया गया, हत्या की गई और जिन महिलाओं के साथ बलात्कार किया गया। ये पहली बार देखा गया कि सीएम लोगों को मरते हुए देख रही हैं क्योंकि उन लोगों ने उनको वोट नहीं दिया था। हमारे देश में पहली बार, चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हजारों लोग अपने घरों और गांवों को छोड़कर जाना पड़ा है। कितने लोगों को ममता बनर्जी और टीएमसी से माफी मांग रहे हैं, वे धर्म परिवर्तन तक के लिए तैयार हैं।
ईरानी ने कहा, पश्चिम बंगाल में महिलाओं को उनके घरों से निकालकर खुलेआम बलात्कार किया गया है, दलित और आदिवासी महिलाओं के साथ ये हुआ है। एक 60 वर्षीय महिला ने सुप्रीम कोर्ट पहुंची कि उसके 6 साल के पोते के सामने उससे बलात्कार हुआ क्योंकि वह भाजपा कार्यकर्ता थी। उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगा में आम आदमी की सुरक्षा पर तो क्या ही कहा जाए जब केंद्रीय मंत्रियों की कारों पर पथराव हो गया। मैं उन लोगों से सवाल करना चाहूंगी जो खुद को मानवाधिकार कार्यकर्ता कहते हैं, आखिर उन्होंने प्रेस क्लब के सामने बलात्कार की शिकार महिलाओं के लिए जुलूस क्यों नहीं निकाला।
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बता दें कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी की सरकार पर भाजपा काफी हमलावर है। वहीं पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने भी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कहा था कि राज्य सरकार चुनाव के बाद हुई हिंसा को लेकर उनकी सरकार का रुख अच्छा नहीं है।