अब होगी काशी में 10 हजार मुसलमानों-ईसाईयों की ‘घर वापसी’
बनारस (विवेक शुक्ला)। काशी में विश्व हिन्दू परिषद (विहिप) 10 हजार लोगों की ‘घर वापसी' की तैयारी में जुट गई है। इसके लिए आगामी 8 फरवरी को धर्म जागरण सम्मेलन में होगा। यह सम्मेलन भारत माता मंदिर के प्रांगण में प्रस्तावित है।
विहिप सूत्रों ने बताया कि चूंकि सन-2015 विहिप का स्वर्णजयंती वर्ष भी है, इसलिए काशी ओर आसपास के जिलों के 10 हजार लोगों की घर वापसी का लक्ष्य रखा गया है। इस बीच, विहिप की तरफ से स्पष्ट किया गया है कि एक ही दिन में इतने लोगों की घर वापसी नहीं होनी है बल्कि इधर बीच घर लौट रहे लोगों का धर्म सम्मेलन में एकत्र होंगे। घर वापसी करने वालों में मुसलमान व ईसाई होंगे।
दिग्गजों की मौजूदगी
सम्मेलन में सांसद योगी आदित्यनाथ, विहिप के संरक्षक अशोक सिंहल एवं स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती समेत कई संत भाग लेंगे। जानकारी के अनुसार, सम्मेलन में अविरल गंगा-निर्मल गंगा, नारी सुरक्षा, घुसपैठ और आतंकवाद के भी मुद्दे उठेंगे।
धर्मांतरण का मुद्दा
सम्मेलन की कई स्तरों पर तैयारियां शुरू हो गईं हैं। तैयारियों की देखरेख आरएसएस कर रहा है। विश्व हिन्दू परिषद के कार्यक्रम से साफ है कि धर्मातरण का मुद्दा अभी शांत होने वाला नहीं है।
ध्यान रहे कि विहिप घर वापसी को धर्मातरण नहीं मानते। विहिप की तय लाइन के मुताबिक उन्होंने कहा कि धर्मातरण में प्रलोभन और दबाव का जोर रहता है। उस दबाव को खत्म करते हुए हम हिंदू समाज की मुख्य धारा से भटके लोगों को वापस लाने का प्रयास कर रहे हैं। इसमें गलत क्या है?