मुंबई से वाराणसी लौट रहे दो श्रमिकों की ट्रेन में मौत, लोग बोले- हमें लगा सो रहे हैं
वाराणसी। कोरोना वायरस के संक्रमण ने जहां हर किसी को एक जगह रहने पर मजबूर कर दिया है तो वहीं लॉकडाउन ने श्रमिकों की मुसीबतें काफी बढ़ा दी हैं। बड़ी संख्या में श्रमिक अपने राज्य व जिले को जाने के लिए निकले हैं और सरकार ने अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए श्रमिकों को अपने गंतव्य स्थानों तक छोड़ने के लिए स्पेशल ट्रेनों व बसों का संचालन शरू किया। बुधवार को मुंबई से वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन पहुंची ट्रेन में उस समय हड़कंप मच गया जब दो श्रमिक मृत अवस्था में मिले। एक दिव्यांग श्रमिक की शिनाख्त हो गई है, तो एक श्रमिक के शिनाख्त के लिए जांच चल रही है। मौत के कारणों का पता अभी तक नही चल पाया है। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने शव को कब्जे में लेकर जांच के लिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक, मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन पर पहुंची श्रमिक स्पेशल ट्रेन में सवार दो श्रमिकों की मौत हो गई। सुबह 8 बजे प्लेटफार्म नंबर 8 पर पहुंची ट्रेन की बोगियों की सफाई के दौरान अलग-अलग कोच में शव देख सफाईकर्मियों ने जीआरपी को सूचना दी। स्लीपर क्लास से बरामद शव में एक 50 वर्षीय और दूसरा 20 वर्षीय है। बताया जा रहा है कि सोमवार को श्रमिक स्पेशल ट्रेन-01770 मुंबई के लोकमान्य तिलक टर्मिनल से 1039 यात्रियों को लेकर चली थी, जो बुधवार की सुबह 8 बजे वाराणसी के मंडुवाडीह स्टेशन पर पहुंची थी।
एक दिव्यांग श्रमिक की शिनाख्त दशरथ प्रजापति (20) के रूप में हुई है। एक श्रमिक के शिनाख्त के लिए जांच चल रही है। मौत के कारणों का पता अभी तक नही चल पाया है। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने शव को कब्जे में लेकर जांच के लिए आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। दिव्यांग श्रमिक 9 लोगों के साथ मुंबई से चला था। उसे जौनपुर जाना था। श्रमिक के साथ वालों का कहना है कि इलाहाबाद से जब ट्रेन चली तभी इसकी तबीयत खराब हो गई थी। लोगों ने सोचा कि यह सो रहे हैं, लेकिन जब हम मंडुवाडीह में पहुंचे और उतरने के लिए जगाया तो वह जगा नहीं।
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