राजकीय बालगृह में बच्चों से साफ कराया जा रहा टॉयलेट, रोटियां सेकते वीडियो वायरल
वाराणसी। उत्तर प्रदेश के वाराणसी से एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जो बाल गृह पर सवाल खड़े कर रही है। दरअसल, राजकीय बालगृह के बच्चों से टॉयलेट साफ कराने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। वायरल वीडियो में बाल गृह में लड़के टॉयलेट साफ करते, बर्तन साफ करते, रोटियां सेंकते, झाड़ू लगाते दिखाई दे रहे हैं। प्रभारी जिलाधिकारी गौरांग राठी ने प्रकरण की जांच कराने के बाद कठोर कार्रवाई करने की बात कही है।
बाल गृह का है मामला
वाराणसी के गंगापार रामनगर इलाके में चल रहे बालगृह में चाइल्ड वेलफेयर सोसायटी के माध्यम से वे बच्चे रखे जाते हैं जो भटकते मिलते हैं या किसी अपराध में शामिल होते हैं। महिला कल्याण विभाग द्वारा संचालित इस बाल गृह में 72 बच्चे हैं। इसमें 26 मंदबुद्धि हैं। यहां रहने वाले बच्चों के लिए सारी सुविधाएं सरकार की तरफ से दी जाती है। बता दें कि यहां रहने वाले बच्चो की उम्र 10 से 18 साल होती है। ये बाल गृह जुवेनाइल जस्टिस एक्ट (जे जे एक्ट) के मुताबिक़ चलता है।
वीडियो हुआ वायरल
वायरल वीडियो के मुताबिक बाल गृह में रह रहे किशोरों से टॉयलेट साफ कराने और जूठे बर्तन साफ कराने से लेकर सभी काम कराए जा रहे हैं। वीडियो वायरल होने पर वाराणसी प्रशासन मामले की जांच की बात कहकर अपना पल्ला झाड़ रहा है। बच्चों के हाथों में रोटी सेंकने वाला चिमटा है या फिर सफाई करने के लिए झाड़ू। इतना ही नहीं मैदान की सफाई से लेकर कूड़े को फेंकने तक की जिम्मेदारी बच्चों की है।
बच्चों से कराया जाता है काम
हालांकि ऐसा नहीं है कि बालगृह में इन सभी कामों के लिए स्टाफ नहीं है। बालगृह में रह रहे किशोरों की मानें तो उनको कुछ काम अपने करने पड़ते हैं, जिसमें उनको कोई हर्ज नहीं है। जैसे साफ-सफाई, खाना बनाना और बागबानी वह खुद करते हैं। रामनगर स्थित राजकीय बाल गृह में 2017 में प्रभारी अधीक्षक के रूप में काम देखने वाले शख्स ने बताया कि बच्चों के लिए घरेलू सारी व्यवस्थाएं हैं। पढ़ाई के लिए टीचर नियुक्त हैं। उन्होंने बताया कि इतना बड़ा कैंपस है, उसके साफ सफाई के लिए जितने सफाई कर्मचारी चाहिए उतने लोग नहीं हैं। यहां केवल एक सफाई कर्मचारी है जो इतने बड़े कैंपस को अकेले संभालता है उन्होंने भी इस बात को माना कि बच्चों से काम करवाया जाता है।
अधिकारी कर रहे है कार्रवाई की बात
वाराणसी जिला प्रशासन के मुताबिक वीडियो संज्ञान में आया है। इस मामले में जांच कमेटी का गठन करके पूरे मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। वाराणसी जिला प्रशासन के मुताबिक स्टाफ की कोई कमी नहीं है। खाना बनाने के लिए पर्याप्त लोग हैं। वीडियो की सत्यता की जांच होने के बाद एक्शन लिया जाएगा।
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