BHU कुलपति के खिलाफ वाराणसी में लगे पोस्टर, बताया हिंदी विरोधी
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) एक बार फिर चर्चाओं में है। इस बार चर्चाओं का कारण है बीएचयू वीसी। बता दें कि बीएचयू वीसी के खिलाफ शहर के अलग-अलग स्थानों पर बड़े-बड़ें होर्डिंग व पोस्टर चस्पा किए गए हैं। जिसमें बीएचयू के कुलपति को हिंदी विरोधी बताते हुए इस्तीफे की मांग की गई। बता दें कि करीब बीस से अधिक छात्रों की टीम इस कार्य में देर रात तक पोस्टर चस्पां करने में लगी रही।
दरअसल, काशी हिंदू विश्वविद्यालय में बीते महीने पहले इतिहास विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर का नियुक्ति के लिए साक्षात्कार चल रहा था। आरोप है कि इस साक्षात्कार में अंग्रेजी न बोलने पर कैंडिडेट को कुलपति द्वारा बाहर कर दिया गया था। वहीं, बीएचयू प्रशासन ने इस आरोप पर मुंह बंद किये हुए है। बता दें कि एक दो नहीं बल्कि सैकड़ों पोस्टर बीएचयू सिंह द्वार के सामने लंका चौराहे से भगवानपुर, मंडुवाडीह, सामनेघाट, दशाश्वमेध घाट, अस्सी घाट, रविंद्रपुरी आदि इलाकों में पोस्टर चस्पा किए गए।
Varanasi: Posters stating 'BHU VC Hindi Virodhi' & demanding his resignation seen in parts of the city. Recently Banaras Hindu University (BHU) admn had allegedly not interviewed candidates for the post of Asst Professor,who had opted for Hindi as their language for communication pic.twitter.com/aGEGcvVEG0
— ANI UP (@ANINewsUP) January 17, 2020
होर्डिंग और पोस्टर में बीएचयू के कुलपति को हिंदी विरोधी बताते हुए इस्तीफे की मांग की गई। पोस्टर के चित्र में एक हाथ में कुलपति को इंग्लिश मीडियम के स्टूडेंट को पकडे दिखाया गया है तो दूसरे में इंग्लिश वनली लिखा गया है। पोस्टर में कुलपति के पैर के नीचे हिंदी भाषी अभ्यर्थी का चित्र बनाया गया है। पोस्टर चस्पा कर सर्वोच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय की नियुक्ति प्रक्रिया की जांच कराने की मांग की गई।