पुलिस ने अपना दल को किसानों के समर्थन में ट्रैक्टर रैली निकालने से रोका, पल्लवी पटेल ने कहा- तानाशाह है सरकार
वाराणसी, 22 अक्टूबर। अपना दल ने भगवान बुद्ध की उपदेशस्थली सारनाथ से किसानों के समर्थन में किसान रोजगार एवं सामाजिक न्याय रैली का आयोजन किया था। लेकिन इस आयोजन पर पुलिस ने पाबंदी लगाते हुए अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल के घर देर रात दबिश दी। पुलिस ने छोटी बेटी पल्लवी पटेल और अपना दल के समर्थकों को सारनाथ में रोक लिया। दरअसल केंद्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल की मां और बहन पल्लवी पटेल शुक्रवार को ट्रैक्टर रैली निकालकर लखीमपुर में हुई घटना के बाद किसानों के आंसू पोछने की तैयारी में थीं। इसके लिए अपना दल ने वाराणसी के जिला प्रशासन से अनुमति भी मांगी थी लेकिन बीते चार दिन पहले अनुमति के लिए दिए गए पत्र का ना तो प्रशासन की ओर से कोई जवाब आया और न ही अनुमति मिली। अलबत्ता गुरुवार देर रात वाराणसी के स्थानीय थाने की फोर्स कृष्णा पटेल के घर दबिश देने के साथ-साथ पार्टी के अन्य नेताओं की तलाश में जुट गई।
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मोदी-योगी सरकार पर तानाशाही के आरोप
शुक्रवार को अनुप्रिया पटेल की छोटी बहन पल्लवी पटेल अपने समर्थकों के साथ सारनाथ पहुचीं और दर्शन के बाद अपनी ट्रैक्टर रैली के लिए पैदल मार्च शुरू किया तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस पर पल्लवी पटेल ने केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की योगी सरकार पर तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाया। वाराणसी पुलिस ने बताया कि अनुमति नहीं होने के कारण अपना दल की रैली को रोका गया है। पल्लवी पटेल ने कहा कि यूपी सरकार विपक्ष को कोई कार्यक्रम नहीं करने दे रही है और इसके लिए पुलिस-प्रशासन का इस्तेमाल कर रही है।
'योगी सरकार घबरा गई है...'
पल्लवी पटेल ने कहा कि यूपी में जिस तरीके से लोग अपना दल की नीतियों की ओर आकर्षित हो रहे हैं, इससे सरकार घबरा गई है। कहा कि 4 दिन पहले अनुमति मांगे जाने के बावजूद भी हम लोगों को अनुमति नहीं मिली और कल रात दस बजे हमारी राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल के घर दबिश दी गई और सुबह 3 महिला सब इंस्पेक्टर ने बिना किसी सर्च वारंट के उनके कमरे की तलाशी ली। अपना दल के नेताओं के कमरों की भी तलाशी ली गई और उनकी तस्वीरें खींची गई जैसे कि वह आतंकवादी हैं। अपना दल लाठी-डंडों से नहीं डरता है।
मीडिया से बचते रहे पुलिस अधिकारी
आगामी 25 अक्टूबर को पीएम मोदी मेहंदीगंज में जनसभा को सम्बोधित करने वाले हैं। इस पर पल्लवी पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री की जनसभा में पेड वर्कर जयकारा लगाने के लिए आएंगे। किसान सड़कों पर उतरकर अपना दुख दर्द बयां कर रहे हैं और इस प्रकार से आंदोलन करके लोगों को बताने का काम कर रहे हैं कि हमारी परेशानियां क्या हैं? अपना दल को ट्रैक्टर रैली निकालने से रोकने को लेकर बात करने के लिए एसीपी सारनाथ ज्ञानप्रकाश राय पहले तो मीडिया से बचते रहे लेकिन बाद में उन्होंने बताया कि अपना दल के कार्यक्रम को लेकर कोई अनुमति नहीं थी जिसके कारण उन्हें रोका गया है। इसके बाद पल्लवी पटेल और एसीपी सारनाथ ज्ञानप्रकाश राय के बीच तीखी नोंकझोंक भी हुई।
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