8 मार्च को वाराणसी आएंगे पीएम मोदी, अपने ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडोर का करेंगे भूमि पूजन
Varanasi news, वाराणसी। 8 मार्च को पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ रहे हैं। पीएम के इस दौरे को चुनाव आचार संहिता लागू होने से पहले का आखिरी दौरा माना जा रहा है। इस दौरे पर पीएम करीब 3 घंटे अपने संसदीय क्षेत्र में रहेंगे और यहां से वो कानपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। पीएम मोदी अपने इस दौरे पर अपने ड्रीम प्रोजेक्ट श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के लिए मंदिर परिसर में ही भूमि पूजन करेंगे।
आजाद भारत के इतिहास में पहला मौका
बता दें, यह पहला ऐसा मौका होगा जब आजाद भारत के इतिहास में श्री काशी विश्वनाथ मंदिर परिक्षेत्र को बड़ा किया जाएगा। इससे पहले 1780 इंदौर की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने काशी विश्वनाथ मंदिर का जीर्णोद्धार कराया था। वहीं, नए भारत के निर्माण में पीएम मोदी पहले ऐसे शासक हैं जिन्होंने श्री काशी विश्वनाथ कॉरिडोर के प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाई। करीब 7 लाख स्क्वायर फीट में इस भव्य कॉरिडोर में जहां 5 लाख स्क्वायर फीट में मन्दिर का परिसर यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बढ़ाया जाएगा। वहीं, 2 लाख स्क्वायर फीट में परिसर के अंदर की अस्पताल, म्यूजिक, धार्मिक कथा स्थल और शौचालय सहित अन्य सुविधाएं होंगी।
विश्वनाथ धाम से जाना जाएगा काशी विश्वनाथ मंदिर
करीब 400 करोड़ की लागत से बनने वाले इस परिक्षेत्र का नया नाम भी घोषित कर दिया गया है। यह भव्य स्थान को अब श्री काशी विश्वनाथ मंदिर नहीं बल्कि विश्वनाथ धाम के नाम से जाना जाएगा। प्रधानमंत्री अपने इस दौरे में काशी विश्वनाथ कारीडोर में भूमि पूजन करेंगे। वहीं, कॉरिडोर के स्थान पर ही बने मंच से गंगा दर्शन और पूजन भी करेंगे। इसके अलावा पीएम बड़ा लालपुर के ट्रेड फैसिलिटी सेंटर जाएंगे, जहां वो आजीविका मिशन के पांच महिलाओं को सम्मानित भी करेंगे।
सुरक्षा के होंगे कड़े इंतजाम
पीएम की इस विजिट को लेकर सुरक्षा में तैनात एसपीजी और जिले के अधिकारियों के स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है। दरसअल, श्री काशी विश्वनाथ मंदिर काशी की तंग गलियों में स्थित है। हालांकि, जिस स्थान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भूमि पूजन करना है और जिस स्थान से उन्हें गंगा दर्शन करना है वहां के करीब 300 को ध्वस्त कर चुका है, लेकिन वहीं अभी आसपास कई बड़े मकान मौजूद हैं। उसको लेकर सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस अपना खाका बना रहा है। इस मामले पर एडीजी पीवी रामशास्त्री ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा की जिम्मेदारी उनके करीब एसपीजी की होगी, लेकिन उसके अलावा मंदिर के पुलिसकर्मी और बाहर से बुलाए गए फोर्स का डिप्लॉयमेंट कर दिया जाएगा। इसके अलावा सभी ऊंचे मकानों पर पुलिस कर्मियों की तैनाती भी की जाएगी।
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