पाक से ऑपरेट वॉट्सऐप ग्रुप के DP में थी लड़की की फोटो, फौज की जासूसी करता था एजेंट राशिद
वाराणसी. उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एटीएस के हत्थे चढ़े पाकिस्तानी एजेंट राशिद ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। एटीएस की पूछताछ में राशिद ने बताया कि वह जोधपुर में एक दुकान खरीदकर वहां से सेना की मुखबिरी करने की फिराक में था। उसके पास दो इंडियन सिम हैं, जिनमें से एक पर पाकिस्तान से वॉट्सऐप ग्रुप चल रहा है। वॉट्सऐप ग्रुप के डीपी में एक लड़की की फोटो लगाई हुई थी।
राशिद को एटीएस ने सेना की मदद से बनारस में सोमवार को पकड़ा था। राशिद के मुताबिक, दुकान खरीदने की रकम के साथ उसके मासिक खर्च का इंतजाम आईएसआई को करना था। उसे यह दुकान जोधपुर में उस स्थान पर लेनी थी, जहां बैठकर वह सेना की गतिविधियों पर पूरी तरह नजर रख सके। जोधपुर में दुकान के लिए उसने कई स्थानीय लोगों से संपर्क भी किया था।
खूफिया एजेंसियों के अनुसार, साल 2018 में जब राशिद पाकिस्तान गया तो आईएसआई ने उसे ट्रेंड किया। वह आईएसआई का एजेंट बन गया। आईएसआई ने राशिद से दो भारतीय सिम खरीदने को कहा था और उनका ओटीपी मांगा था। ओटीपी लेकर पाकिस्तान में बैठे आईएसआई एजेंटों ने एक सिम पर वॉट्सऐप ग्रुप बनाया। भारतीय सिम कार्ड पर चल रहे इस वॉट्सऐप ग्रुप के जरिए पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अपना एजेंडा चलाने लगीं।
चौंकाने वाली बात यह थी कि, उस ग्रुप से पाकिस्तान भारत में माहौल खराब करने में भी जुटा था। ऐसे ही ग्रुप्स से वहां से भारतीय लोगों को जोड़कर भड़काऊ सामग्री भेजी जाने लगी। जो लोग उस ग्रुप से जुड़ते, वे उसे भारतीय नंबर ही समझते रहे। जबकि, उसका ऑपरेटर पाकिस्तान में बैठा था। भ्रमित करने के लिए वॉट्सऐप के ग्रुप पर डीपी में लड़की की फोटो भी लगी थी।
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