योगी सरकार में मंत्री रहे ओपी राजभर ने विकास दुबे के एनकाउंटर को बताया फर्जी, सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच की मांग
वाराणसी। भारतीय समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री रहे ओमप्रकाश राजभर ने विकास दुबे के एनकाउंटर पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सरकार ने अपनी नाकामी को छिपाने के लिए विकास दुबे का एनकाउंटर कराया है, ताकि उनके विधायक और मंत्रियों को बचाया जा सके। साथ में इसमें जो भी बड़े अधिकारी संलिप्त है उन्हें बचाने के लिए विकास दुबे का एनकाउंटर किया गया। अगर विकास दुबे को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था तो उसे कोर्ट ले जाना चाहिए था और 10 दिनों के अंदर उसे फांसी पर चढ़ा देना चाहिए था।
विकास दुबे का फर्जी एनकाउंटर किया गया
उन्होंने ने कहा कि विकास दुबे का फर्जी एनकाउंटर किया गया है, कई नामी बड़े चेहरे सामने आ जाते उन्हीं को छुपाने के लिए विकास दुबे का एनकाउंटर किया गया है। सरकार के इशारे पर मध्यप्रदेश में उसकी गिरफ्तारी हुई, सवाल यह भी है कि आखिर विकास दुबे मध्य प्रदेश कैसे पहुंच गया, इसमें मध्य प्रदेश सरकार और बीजेपी यानी भारतीय झूठ पार्टी की मिलिभगत थी। ओमप्रकाश राजभर ने इस पूरे प्रकरण में सुप्रीम कोर्ट के जज से जांच कराने की मांग की। उन्होंने कहा कि इस जांच के बाद ही इस फर्जी एनकाउंटर का खुलासा हो पाएगा और जो भी बड़े और नामी चेहरे हैं वह सब बेनकाब हो जाएंगे।
गुंडा युक्त राज्य बन चुका है उत्तर प्रदेश: राजभर
ओमप्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव को घेरे में लेते हुए कहा कि अखिलेश यादव के कारण प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी और इन्हीं के नाम पर गुंडाराज खत्म करने की बात कही, लेकिन आज उत्तर प्रदेश गुंडा मुक्त नहीं बल्कि गुंडा युक्त राज्य बन चुका है। बता दें, विकास दुबे को यूपी एसटीएफ शुक्रवार की सुबह एनकाउंटर में मार गिराया है। मध्य प्रदेश के उज्जैन से गिरफ्तार विकास दुबे को यूपी एसटीएफ वापस कानपुर ला रही थी। कानपुर देहात में अचानक एसटीएफ की एक गाड़ी बारिश की वजह से पलट गई। इसी गाड़ी में विकास दुबे भी सवार था। पुलिस के मुताबिक, हादसे के बाद विकास दुबे ने पुलिसवालों की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की, उसे सरेंडर के लिए कहा गया लेकिन उसने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी फायरिंग में उसे पुलिस की गोली लगी। विकास को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने उसे मरा हुआ घोषित कर दिया।
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